कोरोना का बढ़ता कहर चिंता का विषय बनता जा रहा हैं और लगातार आंकड़ों में बढ़ोतरी हो रही हैं। ऐसे में सभी को सावधानी बरतने की सलाह दी जा रही हैं। अब जरा सोचिए की अस्पताल प्रशासन ही कोरोना संक्रमितों को लेकर सतर्कता और सावधानी नहीं बरतेगा तो किस तरह इस पर नियंत्रण पाया जा सकेगा। ऐसा ही एक नजारा देखने को मिला मध्य प्रदेश के सीहोर जिले के बुधनी में जहां एक कोरोना संक्रमित शख्स को एंबुलेंस नहीं मिलने पर वह खुद ही पीपीई किट पहन बाइक चलाकर अस्पताल पहुंचा।
होशंगाबाद जिला के रहने वाले एक युवक ने बुधनी में अपनी कोरोना जांच कराई और अगले दिन वो संक्रमित निकला। स्वास्थ्य विभाग ने उस युवक को जांच रिपोर्ट लेने के लिए और कोविड सेंटर पर भेजने के लिए बुलाया और पीपीई किट दी। लेकिन काफी देर तक इंतजार करने के बाद भी उस युवक को लेने के लिए एंबुलेंस नहीं आई। इसके बाद युवक ने पीपीई किट पहन कर खुद अपनी बाइक से कोविड सेंटर के लिए निकल गया। स्वास्थ्य विभाग के यह लापरवाही सोशल मीडिया पर काफी तेजी से वायरल हो रही है। दरअसल, यह युवक रविवार को बुधनी में कोरोना जांच के लिए अपना सैंपल देकर आया था। मंगलवार को इस युवक की रिपोर्ट पॉजिटिव आई।
युवक को रिपोर्ट देने के लिए बुलाया गया और पीपीई किट पहनने को दी गई। इस मामले में जिलों के स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही सामने आई है। पहला तो ये कि युवक के अपने गृह जिले होशंगाबाद में जांच की सुविधा नहीं मिली, तो मजबूरन बुधनी में युवक ने जांच कराई। दूसरी तरफ जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद भी युवक को अस्पताल ले जाने के लिए एंबुलेंस नहीं मिला, तो युवक खुद बाइक से कोविड सेंटर के लिए रवाना हो गया।
फिलहाल लापरवाही उजागर होने पर स्वास्थ्य विभाग और प्रशाशन में हड़कंप मचा हुआ है। वहीं कोरोना संक्रमित युवक पंवार खेड़ा कोविड केयर सेंटर में भर्ती है और उसका इलाज जारी है। इस मामले को लेकर बुधनी के बीएमओ ने कहा कि मंगलवार को तीन लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी, उसमें होशंगाबाद निवासी यह युवक भी शामिल है। इस युवक को पंवार खेड़ा में, जबकि अन्य दो लोगों को कोविड सेंटर सीहोर में भर्ती किया गया है।