आखिर क्यों खेलने-कूदने की उम्र में इस बच्चे को होती है सेक्स की इच्छा, कारण बनी एक भयावह बिमारी

जब से बच्चा जन्म लेता है तभी से उसे उसकी उम्र के अनुरूप काम करने की सलाह दी जाती है और अगर बच्चा अपनी उम्र से बड़े काम करने लगे तो यह सभी के लिए आश्चर्य की बात मानी जाती है। ऐसा ही कुछ हो रहा है इस एक साल के बच्चे के साथ। जी हाँ, दिल्ली का एक मामला सामने आया है जिसके अनुसार एक साल का बच्चा जिसकी खेलने-कूदने की उम्र है उसे सेक्स की इच्छा होने लगी हैं। तो आइये जानते है इससे जुडी पूरी जानकारी के बारे में।

यहां पर एक साल के बच्चे के जननांग पूरी तरीके से एक वयस्क की तरह विकसित हो रहे हैं। यही नहीं उसका टेस्टोस्टेरॉन लेवल किसी 25 साल के पुरूष जितना है। उसके जननांगों के बाल भी बढ़े हुए हैं। जबकि उसका बाकी का शरीर जननांग की तुलना में काफी छोटा है। जिस उम्र में बच्चों को किसी चीज की समझ नहीं होती है, उस उम्र में इस बच्चे को सेक्स करने की इच्छा होती है। इस केस पर मेडिकल साइंस का कहना है कि ये बच्चा एक रेयर हॉर्मोनल कंडिशन ‘प्रीकोशियस प्यूबर्टी’ से पीड़ित है। बच्चे की इस हालत को देखते हुए अब ऑपरेशन की तैयार की जा रही है।

खबर के मुताबिक बच्चे के माता-पिता को करीब छह महीने पहले उसकी इस हालत को लेकर शक हुआ। उसके जननांग असामान्य तरीके से बढ़ रहे थे। जबकि उसका बाकी का शरीर तुलनात्मक रूप से काफी छोटा था। अतुल की मां का कहना है कि उन्हें तो पहले ये लगा कि बच्चा लंबा-चौड़ा है शायद इसलिए ऐसा हो रहा है फिर उसके बाद उसकी हरकतों को देखते हुए उन्हें कुछ गड़बड़ लगा और उन्होंने इस मामले में डॉक्टर की सलाह लेनी सही समझी।

डॉक्टर का कहना है कि ये एक गंभीर समस्या है। इसकी वजह से बच्चा आक्रामक हो सकता है। कई बार उसे कंट्रोल कर पाना मुश्किल हो जाता है। दूसरी कंडिशन में ऐसा भी हो सकता है कि बच्चे का पूरा विकास ही नहीं हो और वो तीन या चार फुट का ही रह जाए। फिलहाल तो बच्चे को इन लक्षणों से राहत दिलाने के लिए दवाइयां दी जा रही हैं।
बच्चे की टेस्ट रिपोर्ट से पता चला है कि उसका टेस्टोस्टेरॉन 500-600 नैनोग्राम प्रति डेसिलिटर है, जबकि उसकी उम्र के बच्चों में यह आंकड़ा 20 होता है। ऐसा बहुत कम होता है। एक लाख बच्चों में कोई एक केस ऐसा सामने आता है।