राजस्थान के अलवर में तीन दिन का मत्स्य उत्सव हुआ था जिसमें सीकर के मांगीलाल का पालतू ऊंट राजा आकर्षण का कारण बना था। यह ऊंट अपनेआप में अनोखा हैं और इसकी डाइट पर हर महीने करीब 15 हजार रुपए का खर्चा होता हैं। मालिक मांगीलाल सीकर के सांचौर से इस उत्सव में आए थे। मांगीलाल ने बताया कि उनका ऊंट गर्मियों में AC में रहता है। सुबह-शाम गाय का दूध पीता है। उसे घी भी खिलाया जाता है। बकौल मांगीलाल, उनका पालतू ऊंट 10 साल में उन्हें करीब सवा करोड़ रुपए कमाकर दे चुका है। ऊंट का इतना ख्याल रखा जाता है कि मांगीलाल ने उसके लिए पिकअप वाहन भी खरीदा हुआ है। ताकि वह आसानी से आ-जा सके।
मांगीलाल बताते हैं कि वे देश के कई प्रदेशों में हर साल अनेक कार्यक्रमों में जाते हैं। जो प्रशासन, संगठन व क्लबों की ओर से कराए जाते हैं। एक जगह पर जाने के करीब 1 से 2 लाख रुपए मिलते हैं। जैसे अलवर में आने के डेढ़ लाख रुपए मिले हैं। इन कार्यक्रमों में ऊंट आमजन का मनोरंजन करता है।मांगीलाल ने बताया कि यह ऊंट चारपाई पर जंप व डांस करता है। मालिक की गर्दन पकड़ता है और उसकी छाती पर पैर रखता है। इसके लिए खुद मांगीलाल ट्रेनिंग देते हैं। आदमी की भाषा भी समझता है। उसे बोलकर बैठाया जाता है और बोलकर ही खड़ा कर दिया जाता है। मालिक की गर्दन को मुंह में पकड़ लेता है, लेकिन मुंह को दबाता नहीं है। मालिक की छाती पर पैर रख कर आमजन का मनोरंजन करता है। चारपाई के ऊपर चढ़कर जंप लगाता है। इसके अलावा धमाल डांस करता है।