उत्तरप्रदेश में के ऐसा हैरान करने वाला मामला सामने आया हैं जिसने डॉक्टर्स क हैरानी में डाल दिया। यहां करेली की रहने वाली चार वर्षीया अलीमा करीब दो वर्ष से पेट दर्द से परेशान थी। बच्ची का जब ऑपरेशन किया गया तो उसके पेट से 400 ग्राम बालों का गुच्छा मिला। बच्ची ट्ररैकोविजोजिल विथ रिपुंजल सिंड्रोम नामक बीमारी से पीड़ित थी। यह एक मानसिक बीमारी है, जिसमें मानसिक रोग सेे पीड़ित महिलाएं अपने बाल नोच कर खा लेती हैं। चूंकि बाल पचते नहीं सो वह पेट में एकत्र हो जाते हैं। यह बाल पेट में गुच्छे के रूप में होकर परेशानी बढ़ाते हैं। इस तरह की बीमारी के लक्षण और परेशानी मानसिक रोग ग्रसित वयस्क महिलाओं में पाई जाती है, लेकिन सामान्य से कम उम्र की इस बच्ची में यह अनोखी बीमारी सामने आई। फिलहाल जटिल सर्जरी के बाद बच्ची स्वस्थ है। इस मामले को वर्ल्ड मेडिकल जर्नल में दर्ज कराने की तैयारी है।
करेली की रहने बच्ची का इन दिनों पेट काफी फूल गया था। कई अस्पतालों में इलाज कराने के बाद वह किसी की सलाह पर वह टैगौर टाउन स्थित फिनिक्स हॉस्टिल परिजनों के साथ पहुंची। वहां पिडियाट्रिक सर्जन डॉ. धनेश अग्रहरि ने बच्ची की सोनोग्राफी, सीटी स्कैन कराया तो पता चला कि खाने की थैली में बालों का गुच्छा भरा है। छोटी आंत में बाल करीब दो फीट लंबी पूंछ की तरह भरे हैं। दो स्थानों पर आंतों में छेद हो गए गए, जिससे रुकावट हो गई थी।डॉ. धनेश के मुताबिक एक सितंबर को गंभीर हालत में बच्ची को भर्ती कर पांच अन्य डॉक्टरों की टीम के साथ उसके पेट का ऑपरेशन किया गया। खाने की थैली खोली गई तो उसमें से करीब चार सौ ग्राम बालों का गुच्छा निकला। छोटी आंत से करीब दो फीट लंबी पूंछ निकाली गई। फटी आंतों की सर्जरी की गई। दो हफ्ते की गहन देखभाल के बाद बच्ची शनिवार को डिस्चार्ज की गई।