अर्मेनिया के गांव स्पेंडरियन की रहने वाली 22 साल की सैटेनिक काजेरियन को रोज 50 क्रिस्टल आंसू निकलते हैं। कमाल की बात यह है कि डॉक्टर के भी समझ में कुछ नहीं आ रहा। वे जांच में जुटे हैं कि आखिर आंखों में क्रिस्टल आंसू कैसे बन रहे हैं। एक बच्चे की मां काजेरियन का कहना है कि इस स्थिति ने उनकी जिंदगी को मुश्किल बना दिया है। उनका परिवार खेती करता है। इसलिए उनके पास इतना पैसा भी नहीं कि महंगा इलाज करा सकें।
काजेरियन ने बताया, 'कुछ समय पहले मैं दांतों के डॉक्टर के पास थीं, तभी मुझे आंखों में धूल जाने जैसा अहसास हुआ। देखा तो आंखों से कुछ क्रिस्टल निकल रहे हैं। इन्हें लेकर हम तुरंत नेत्र विशेषज्ञ के पास पहुंचे। शुरुआत में ली गई दवाओं से आंसुओं में थोड़ी राहत मिली, लेकिन अब क्रिस्टल आंसुओं से काफी तकलीफ होती है। मेरी स्थिति देख सारे डॉक्टर हैरान हैं।'
उन्होंने बताया कि किसी को मेरी बीमारी समझ नहीं आती। इस कारण डॉक्टर इलाज भी नहीं करते हैं। वे इनके लिए कोई ऑपरेशन भी नहीं कर पा रहे हैं।
क्या कहना है डॉक्टर कारशियन नेत्र विशेषज्ञ तात्याना शिलोवा ने बताया कि यह स्थिति बिलकुल असाधारण है। इसकी पैथोलॉजी जांच भी होना मुश्किल है। इसलिए डॉक्टर को बीमारी का कारण समझ पाना भी मुश्किल है। चूंकि,आंसू में प्रोटीन, वसा और कुछ सूक्ष्म तत्व होते हैं। अगर, इसमें नमक की मात्रा बढ़ती है, तो यह 'क्रिस्टल में परिवर्तित हो जाते हैं। आंसुओं में प्रोटीन की अधिकता भी एक कारण हो सकता है।
डॉक्टर शिलोवा का कहना है कि क्रिस्टल आंसू शरीर में हो रही दूसरी तरह की समस्याओं के प्रारंभिक लक्षण भी हो सकते हैं। कुछ स्थितियों में अनुवांशिक रोग भी कारण हो सकते हैं। क्रिस्टल आंखों की म्यूकस मेमब्रेंन (आंख की श्लेष्मा झिल्ली) के किनारे ही नहीं दिखते, यह शरीर में लीवर, किडनी जैसे अंगों में भी हो सकते हैं, जहां नमक की अधिकता होती है। यह स्थिति काफी भयावह है और इसकी तुरंत जांच की जानी चाहिए।
क्या कहना है रिश्तेदारों काकाजेरियन की रिश्तेदार स्वेटलान अवेजियन ने कहा, 'एक बार हम अपने फार्म पर काम कर रहे थे। तभी काजेरियन की आंखों से क्रिस्टल निकलना शुरू हुआ। हमने पहले क्रिस्टल को हटाकर ग्लास में रख दिया। इसके बाद दर्द बढ़ता गया और एक-एक कर आंसू बाहर आता गया। हम काजेरियन को डॉक्टर के पास लेकर गए। उन्होंने पहले कभी ऐसा कुछ देखा नहीं था, इसलिए उन्हें हमारी बात पर भरोसा ही नहीं हुआ।'
काजेरियन की सास जमीरा मीकालियन ने बताया, 'एक डॉक्टर ने तो काजेरियन को झूठा मानकर क्लीनिक से बाहर निकल जाने को कहा था, लेकिन बाद में जब आंसू देखें तब स्वीकार किया कि यह प्राकृतिक रूप से बन रहे हैं। उन्होंने क्रिस्टल आंसुओं को नेत्र विशेषज्ञ के पास जांच के लिए भेजा, लेकिन कोई उपचार नहीं किया। पहले विचार आया कि काजेरियन को इलाज के लिए दूसरी जगह भेजा जाए, लेकिन हमारी आर्थिक स्थिति इतनी अच्छी नहीं थी।'
अर्मेनिया के उप स्वास्थ्य मंत्री ओगेंस अरूटुयन ने कहा, 'महिला के केस का अध्ययन किया जा रहा है। हम सैटेनिक के साथ एक और बैठक की योजना बना रहे हैं। इससे हमें और अधिक जानकारी मिलेगी। इसके बाद हम यह पता लगाने की कोशिश करेंगे कि मरीज के साथ हो क्या रहा है।'