अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप कुछ देर में भारत पहुंचने वाले हैं। ट्रंप 11:40 पर अहमदाबाद पहुंचेंगे, जहां उनका भव्य स्वागत होगा। उनके आने से पहले उनकी खास लिमोजीन कार द बीस्ट और 'बख्तरबंद' हेलिकॉप्टर मरीन वन भारत आ चुका है। जिस तरह उनकी कार और हेलिकॉप्टर खास है, उसी तरह उनका विमान एयरफोर्स वन भी बेहद खास है, जिससे वह ट्रैवल करते हैं। ये विमान दो खास तरीके से बनाए गए बोइंग 747-200B सीरीज के विमानों में से एक है। यह विमान चंद मिनटों के नोटिस पर उड़ने के लिए हमेशा तैयार रहता है। विमान में होने के बाद भी अमेरिकी राष्ट्रपति किसी से भी कनेक्ट रह सकते हैं और अमेरिका पर हमला होने की स्थिति इस विमान को मोबाइल कमांड सेंटर की तरह इस्तेमाल कर सकते हैं। आइए जानते हैं इस प्लेन की खास बातें।
- ट्रंप का 'एयरफोर्स वन विमान' कभी अकेला नहीं उड़ता है। कुछ कारगो विमान हमेशा इसके आगे-आगे चलते हैं, जिनके जरिए रिमोट लोकेशन में भी ट्रंप को किसी चीज की कमी महसूस ना हो।
- एयरफोर्स वन 35,000 फीट की ऊंचाई पर 1,013 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से उड़ान भर सकता है। एकबार में यह विमान 6,800 मील की दूरी तय कर सकता है। विमान अधिकतम 45,100 फीट की ऊंचाई तक उड़ान भर सकता है।
- अगर किसी स्थिति में विमान का तेल खत्म होता है तो उसे तेल भराने के लिए कहीं लैंड करने की जरूरत नहीं पड़ती। अगर स्थितियां प्रतिकूल लगें या ट्रंप रुकना न चाहें तो उनके विमान में हवा में उड़ते हुए ही तेल भरा जा सकता है।
- एयरफोर्स वन बेहद आधुनिक और सुरक्षित कम्युनिकेशन सिस्टम से लैस होता है। इसके चलते ये विमान अमेरिका पर किसी हमले की स्थिति में एक मोबाइल कमांड सेंटर की तरह काम करता है।
- इस विमान में जो भी इलेक्ट्रॉनिक चीजें होती हैं, उन पर ईएमपी यानी इलेक्ट्रो मैग्नेटिक पल्स का असर भी नहीं होता है। बता दें कि ईएमपी वह पावर होती है, जिसका इस्तेमाल करते ही आस-पास की सभी इलेक्ट्रॉनिक चीजें काम करना बंद कर देती हैं।
- इस विमान में एक मेडिकल सुईट भी होता है, जो एक ऑपरेशन रूम थिएटर की तरह भी काम कर सकता है। एक डॉक्टर हर वक्त ट्रंप के साथ विमान में ही रहता है, ताकि किसी भी परिस्थिति से आसानी से निपटा जा सके।
- डॉनल्ड ट्रंप के इस खास विमान एयरफोर्स वन में 4000 वर्ग फुट की जगह होती है और तीन लेवल यानी फ्लोर होते हैं।
- इस विमान में ट्रंप के लिए एक खास सुईट होता है, एक बड़ा ऑफिस होता है और एक कॉन्फ्रेंस रूम भी होता है। इसके अलावा खाना बनाने की दो फैसिलिटी होती हैं जो एक बार में 100 लोगों का खाना बना सकती हैं।
- इस विमान में उन लोगों के भी रहने की व्यवस्था होती है, जो ट्रंप के साथ ट्रैवल कर रहे होते हैं, जैसे सीनियर एडवाइजर, सीक्रेट सर्विस के ऑफिसर, मीडिया के लोग और अन्य मेहमान। ये विमान एक बार में 102 लोगों के ले जा सकता है, जिसमें 26 केबिन क्रू भी शामिल हैं।
- अमेरिकी राष्ट्रपति के लिए इस विमान में एक बेहद खास कक्ष होता है। यह ध्वनिरहित कमरा है, जिसमें 50 इंच का प्लाजा टीवी और विडियो कॉन्फ्रेंसिंग के लिए तकनीक उपलब्ध है। इस विशेष कमरे से राष्ट्रपति देश को संबोधित भी कर सकते हैं।
- विमान में एक सुइट होता है। इसमें चार स्टाफ मॉनिटर हवा से हवा, हवा से जमीन के साथ सैटलाइट संचार एक उच्च तकनीकी कमरे में हैं। इसमें 19 टीवी स्क्रीन लगी हैं।
- इस विमान के उड़ान के दौरान प्रतिघंटा 1,81,000 डॉलर (करीब 1 करोड़ 30 लाख रुपये) की लागत आती है।
- इस विमान में चालक दल में 26 सदस्य होते हैं। इसमें 2 पायलट, फ्लाइट इंजिनियर, नेविगेटर और अन्य चालक दल।
- इस विमान में 76 लोग सवार हो सकते हैं। इस विमान की लंबाई 231 फीट 5 इंच होती है। इसके विंग्स 195 फीट 8 इंच लंबे होते हैं। विमान की ऊंचाई 63 फीट 5 इंच होती है। चार नजरल इलेक्ट्रिक सीएफ-6-80 सी2बी1 टर्बोफैंस के जरिए इसे ऊर्जा मिलती है।