आपने कई ऐसे जोड़े देखें होंगे जिनमें उम्र का फासला होता हैं। कई बार तो लोग पैसे के चक्कर में अपने से ज्यादा उम्र के पार्टनर से शादी करते हैं। लेकिन आज हम आपको एक ऐसी घटना बताने जा रहे हैं जिसमें एक 24 साल के लड़के ने 81 साल की दादी से शादी रचाई और इसके पीछे की वजह पैसा नहीं बल्कि कुछ ओर हैं जो आपको हैरान कर देगी। तो आइये जानते हैं इस घटना के बारे में।
यूक्रेन में 24 साल के एक लड़के ने 81 साल की एक वृद्धा से शादी रचाकर सबको चौंका दिया। अलेक्जेंडेर कोंड्राट्यूक नाम के इस शख्स ने रिश्ते में अपनी 81 साल की दादी से ही शादी रचा ली। दरअसल ऐसा लड़के ने सेना में भर्ती होने से बचने के लिए किया। यह मामला सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बना हुआ है और लड़के की काफी आलोचना भी हो रही है, लेकिन कानूनी तौर पर उसने कोई गलती नहीं की है।
यूक्रेन के 18 से 26 साल के हर शख्स को सेना में सेवा देना अनिवार्य है। विन्नित्सा शहर निवासी अलेक्जेंडर को भी साल 2017 में इस संबंध में सेना से चिट्ठी मिली। वहां हर युवा को सेना में एक साल तक समय बिताना होता है। अलेक्जेंडर ने तय किया कि उन्हें यह सेवा नहीं देनी है और इसके लिए उसने नियमों का फायदा उठाने का फैसला किया। नियमों के अनुसार, मिलिट्री सर्विस से उन्हीं लोगों को छुट्टी मिलती है, जिनके ऊपर किसी दिव्यांग के देखभाल की जिम्मेदारी हो। अलेक्जेंडर ने इसी नियम का फायदा उठाने का सोचा और अपनी चचेरी बहन की दादी जिनायडा के सामने शादी का प्रस्ताव रख दिया। सभी को चौंकाते हुए उसने उन्हें मना भी लिया। अब सभी कयास लगा रहे हैं कि 26 साल का होते ही अलेक्जेंडर जिनायडा को तलाक दे देगा।
साल 2018 में पहली बार यह मामला तब सामने आया था, जब मिलिट्री कमिश्नर ऑफिस से कोर्ट में इस शादी को रद्द करने की याचिका दायर की गई थी। सेना के अनुसार, अलेक्जेंडर ने जो दस्तावेज दिखाए, वो फर्जी हैं। लेकिन जांच में यह पाया गया कि इस दंपति ने पास के गांव में शादी की थी। सितंबर 2019 में ये मामला एक बार फिर सुर्खियों में आ गया, जब सिविल एक्ट रजिस्ट्रेशन ऑफिस ने शादी को कानूनी करार दिया और सेना को पीछे हटना पड़ा। मीडिया ने सेना के प्रतिनिधियों से पूछा कि आगे अलेक्जेंडर जैसा मामला न हो, इसके लिए मिलिट्री नियमों में क्या बदलाव किए गए हैं?
81 साल की दुल्हन जिनायडा के अनुसार, पति अलेक्जेंडर उनका खूब ख्याल रखता है। दूसरी ओर अलेक्जेंडर ने कहा कि उन्होंने जिनायडा से शादी सेना में भर्ती होने से बचने के लिए नहीं की बल्कि वह जिनायडा से बेहद प्यार करता है और उनका खयाल रखना चाहता है।
यूक्रेनी कमिश्नर ऑफिस के अनुसार, वह इस मुद्दे को और आगे बढ़ाना नहीं चाहते, तो अंत में इस कानूनी मामले में जीत अलेक्जेंडर की ही हुई है। कुल मिलाकर अलेक्जेंडर एक दिव्यांग महिला का पति है। 26 साल की उम्र तक अगर अलेक्जेंडर के साथ कोई अप्रिय घटना नहीं होती है तो वह सेना में भर्ती नहीं होगा और उसके बाद उम्र के कारण उसे भर्ती नहीं किया जाएगा।