
उत्तर प्रदेश में हाल ही में ब्रजेश पाठक और अखिलेश यादव के बीच डीएनए विवाद थमा भी नहीं था कि योगी सरकार के एक और मंत्री ने समाजवादी पार्टी पर तीखा हमला किया है, जिससे सियासी माहौल और गर्मा गया है। यूपी सरकार में रालोद कोटे से कैबिनेट मंत्री अनिल सिंह ने समाजवादी पार्टी पर आरोप लगाते हुए कहा कि सपा शासन में पुलिसकर्मियों को कार के बोनट पर लटकाकर पीटा जाता था।
अनिल सिंह गुरुवार को मुरादाबाद में आयोजित चौधरी चरण सिंह की 38वीं पुण्यतिथि के कार्यक्रम में शामिल हुए। उन्होंने वीर सावरकर को भारत रत्न देने की मांग पर कहा कि यदि भारत सरकार कोई फैसला करती है, तो उनकी पार्टी को कोई आपत्ति नहीं होगी।
कार्यक्रम के बाद पत्रकारों से बात करते हुए अनिल सिंह ने सपा के शासनकाल की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए कहा, “जब हम विपक्ष में थे, तब हमने देखा कि सपा के लोग पुलिसकर्मियों को कार के बोनट पर बैठाकर उनकी पिटाई करते थे। इसलिए कानून-व्यवस्था पर सपा के बोलने का कोई अधिकार नहीं है।” इससे पहले अखिलेश यादव ने यूपी की कानून व्यवस्था को लेकर योगी सरकार पर सवाल उठाए थे।
सावरकर को भारत रत्न देने पर कोई आपत्ति नहीं – अनिल सिंहअनिल सिंह ने कहा कि हमारे देश में विभिन्न धर्म और जाति के लोग रहते हैं। जिन लोगों ने चौधरी चरण सिंह को माना है, वे उनकी पुण्यतिथि मनाते हैं, वैसे ही वीर सावरकर को मानने वाले भी भारत रत्न की मांग करते हैं। यह फैसला भारत सरकार का है और इसमें उनकी पार्टी को कोई आपत्ति नहीं है।
ऑपरेशन सिंदूर पर सपा पर निशानासपा द्वारा ऑपरेशन सिंदूर पर उठाए गए सवालों के जवाब में अनिल सिंह ने कहा कि सपा हमेशा सवाल उठाती रहती है। जब देश में मासूमों की हत्या हुई, तब जवाबी कार्रवाई की गई। विपक्ष ने भी सरकार का समर्थन किया था, तो अब सबूत मांगने की क्या जरूरत।
कांग्रेस पर भी साधा तंजअनिल सिंह ने कांग्रेस पर भी निशाना साधा और कहा कि सर्वदलीय बैठक में शशि थरूर सहित सभी ने सहमति जताई थी, फिर भी कांग्रेस ऑपरेशन सिंदूर और सीजफायर को लेकर सवाल उठा रही है, जो सही नहीं है।