लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी द्वारा पिछड़े समाज से माफी मांगने के बाद बसपा प्रमुख मायावती ने कांग्रेस पर तीखा तंज कसते हुए कहा है कि कांग्रेस की राजनीति हमेशा से स्वार्थपरक रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस के दिल में कुछ और और जुबान पर कुछ और रहता है। मायावती ने इस माफी को केवल दिखावा और ‘घड़ियाली आंसू’ करार दिया और स्पष्ट किया कि कांग्रेस तथा अन्य जातिवादी पार्टियां सदैव दलितों, आदिवासियों और पिछड़ों का शोषण करती रही हैं। उनका मानना है कि सिर्फ बहुजन समाज पार्टी ही इन वर्गों की वास्तविक हितैषी है।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर शनिवार को मायावती ने लिखा कि राहुल गांधी का यह स्वीकारना कि कांग्रेस पार्टी ओबीसी वर्गों की राजनीतिक और आर्थिक उम्मीदों, आकांक्षाओं तथा संवैधानिक अधिकारों की रक्षा में भरोसेमंद नहीं रही, कोई नई बात नहीं है। उन्होंने इसे दिल और जुबान के विरोधाभास के समान बताया, जो स्वार्थ की राजनीति का परिचायक है। मायावती ने आगे कहा कि कांग्रेस का यह रवैया दलित, आदिवासी और वंचित वर्गों के प्रति दशकों से लगातार दुखद और निराशाजनक रहा है, जिस कारण इन्हें अपने आत्म-सम्मान के लिए बसपा जैसी पार्टी बनानी पड़ी।
बसपा प्रमुख ने यह भी कहा कि कांग्रेस यूपी समेत कई प्रमुख राज्यों की सत्ता से दूर होने के बाद अब इन वर्गों की याद कर रही है, जो उनकी नीयत और नीति की असलियत उजागर करता है। उन्होंने भाजपा नेतृत्व वाली एनडीए सरकार की भी आलोचना करते हुए कहा कि उसका भी इन वर्गों के प्रति दोहरा चरित्र है। मायावती ने संविधान निर्माता बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर को भारतरत्न न देने, स्वतंत्रता के बाद लगभग 40 वर्षों तक ओबीसी वर्गों को आरक्षण न देने और सरकारी नौकरियों में उनके पद खाली रखने जैसी जातिवादी नीतियों का उल्लेख करते हुए कहा कि इन बातों को भुलाया नहीं जा सकता और यह रवैया अब भी जारी है।
मायावती ने लिखा कि जातिवादी पार्टियां एससी, एसटी और ओबीसी आरक्षण को अक्सर किसी न किसी बहाने से कमजोर और अप्रभावी बनाने का प्रयास करती हैं। उन्होंने कहा कि दलित, आदिवासी और पिछड़ों को सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक रूप से दबाए रखने में ये पार्टियां एक समान हैं, जबकि बसपा हमेशा से इन वर्गों के कल्याण के लिए काम करती आई है। यूपी में बसपा सरकारों ने चार बार इन वर्गों के लोगों के अधिकारों, सुरक्षा और सम्मान की पूरी गारंटी दी है।
अंत में मायावती ने जोर देकर कहा कि देश के बहुजन तबकों का हित केवल बसपा की मजबूत गारंटी में सुरक्षित है। उन्होंने दलित, आदिवासी और पिछड़े वर्गों से अपील की कि वे कांग्रेस, सपा जैसी विरोधी पार्टियों के बहकावे में न आएं क्योंकि यही उनकी खुशहाली, शांति और समृद्धि का रास्ता है।