हैदराबाद एयरपोर्ट पर बम की धमकी से मचा हड़कंप, इंडिगो फ्लाइट को किया गया डायवर्ट

शनिवार सुबह हैदराबाद के राजीव गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट (RGIA) पर अफरातफरी मच गई जब एयरपोर्ट प्रशासन को एक संदिग्ध ईमेल के जरिए बम धमाके की धमकी मिली। सुरक्षा एजेंसियों ने तुरंत सतर्कता बढ़ाते हुए इंडिगो की एक उड़ान को एहतियातन नजदीकी एयरपोर्ट पर डायवर्ट कर दिया।

ईमेल से फैली दहशत

एयरपोर्ट अधिकारियों के अनुसार, 1 नवंबर 2025 की सुबह 5:25 बजे एयरपोर्ट के कस्टमर सपोर्ट मेल (customersupport@gmrgroup.in) पर “पपीता राजन” नामक आईडी से एक ईमेल प्राप्त हुआ। ईमेल का सब्जेक्ट था — “इंडिगो 68 की हैदराबाद जाने वाली लैंडिंग रोकें।” संदेश पढ़ने के बाद अधिकारियों के होश उड़ गए क्योंकि इसमें हैदराबाद एयरपोर्ट को उड़ाने की धमकी दी गई थी।

धमकी भरे मेल की सामग्री

मेल में लिखा था कि “LTTE और ISI से जुड़े लोग 1984 के मद्रास एयरपोर्ट हमले जैसी घटना को दोहराने की साजिश रच रहे हैं। यह धमाका एयरपोर्ट के फ्यूल टैंक में लगाए गए माइक्रोबॉट्स और फ्यूजलेज के जरिए किया जाएगा। इस विस्फोटक में एक शक्तिशाली नर्व गैस का उपयोग किया गया है। यह फ्रैंकफर्ट ऑपरेशन से संबंधित परीक्षण का हिस्सा है। आगे की जानकारी के लिए नीचे दिए गए स्टेग्नोग्राफिक डॉक्यूमेंट को ध्यान से पढ़ें।”

बीटीएसी ने उठाया त्वरित कदम

जैसे ही ईमेल की जानकारी संबंधित अधिकारियों तक पहुंची, बम थ्रेट असेसमेंट कमेटी (BTAC) ने आपात बैठक बुलाई। समिति ने ईमेल को “संवेदनशील खतरा” मानते हुए तुरंत कार्रवाई का निर्णय लिया। सुरक्षा प्रोटोकॉल के तहत इंडिगो फ्लाइट को पास के एयरपोर्ट की ओर डायवर्ट करने के आदेश जारी किए गए।

फ्लाइट के कैप्टन को एयर ट्रैफिक कंट्रोल (ATC) के जरिए सूचित किया गया, जिसके बाद विमान को सुरक्षित लैंड कराया गया।

सुरक्षा एजेंसियों में हलचल

घटना के तुरंत बाद जीएमआर सुरक्षा टीम ने पुलिस में औपचारिक शिकायत दर्ज कराई। साइबर सेल और खुफिया एजेंसियों को ईमेल की उत्पत्ति का पता लगाने के निर्देश दिए गए हैं। एयरपोर्ट के सभी टर्मिनलों, रनवे और कार्गो क्षेत्रों में सुरक्षा जांच बढ़ा दी गई है।

फिलहाल एयरपोर्ट संचालन सामान्य है, लेकिन प्रशासन पूरी सतर्कता के साथ हर गतिविधि पर नजर रखे हुए है। सुरक्षा एजेंसियों का कहना है कि यह मामला बेहद गंभीर है और जांच जारी है कि धमकी वास्तविक थी या फर्जी मेल के जरिए अफवाह फैलाने की कोशिश की गई।