राजस्थान: आधी रात वर्कशॉप पर हमला, पेट्रोल डालकर लगाई आग; 18 कारें जलकर राख

झुंझुनूं जिले के चूरू बाइपास क्षेत्र में स्थित एक मोटर्स वर्कशॉप शनिवार (29 नवंबर) देर रात आग की लपटों में घिर गई। अज्ञात बदमाशों ने पेट्रोल छिड़ककर वर्कशॉप को निशाना बनाया, जिसके बाद वहां खड़ी 18 कारें पलभर में आग की चपेट में आ गईं। पूरी वारदात सीसीटीवी कैमरे में रिकॉर्ड हो गई है। हैरानी की बात यह है कि इसी वर्कशॉप पर 24 नवंबर को भी उपद्रवियों ने तोड़फोड़ की थी और पेट्रोल बम फेंके थे, लेकिन शिकायत के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की गई।

लपटों ने बढ़ाई दहशत, धमाकों से दहला इलाका

करीब रात 10 बजे अचानक वर्कशॉप से उठती तेज आग को देखकर आसपास के लोग घबरा गए। स्थानीय निवासियों ने तुरंत पुलिस और फायर ब्रिगेड को सूचना दी। नगर परिषद की दमकल टीम मौके पर पहुंची और आग बुझाने की कोशिश शुरू की। मोहल्ले के लोग भी पाइप और बाल्टियों से आग को काबू में करने का प्रयास करते रहे, लेकिन गाड़ियों में भरे पेट्रोल-डीजल ने आग को और ज्यादा भड़का दिया। आग फैलने के साथ ही लगातार छोटे-बड़े धमाके होते रहे, जिससे आसपास के इलाके में हड़कंप मच गया।

संचालक का आरोप– वही गिरोह बार-बार कर रहा हमला

वर्कशॉप के मालिक नासिर राठौड़ ने बताया, जिन लोगों ने आग लगाई है, वे वही आरोपी हैं जिन्होंने 24 नवंबर की रात हमारी गाड़ियों में तोड़फोड़ की थी और पेट्रोल बम फेंके थे। हमने पुलिस में पूरी घटना की रिपोर्ट दी थी, लेकिन कार्रवाई न होने से उनके हौसले और बढ़ गए।
नासिर का कहना है कि लगातार मिल रही धमकियां पहले ही इस बात की ओर इशारा कर रही थीं कि उपद्रवी किसी बड़ी घटना की फिराक में हैं।

जमीन विवाद को वजह मान रही पुलिस, सीसीटीवी में आरोपी कैद

घटना स्थल पर पहुंची तीन दमकल गाड़ियों ने लगभग डेढ़ घंटे में पांच चक्कर लगाकर आग पर नियंत्रण पाया। फिलहाल इस आगजनी के पीछे निजी दुश्मनी और जमीन विवाद का कोण सामने आ रहा है। आरोप है कि चूरू बाइपास रोड के रहने वाले अनिल कुमावत और उसके साथी पहले भी धमकी दे चुके थे। सीसीटीवी फुटेज में एक संदिग्ध व्यक्ति के दिखने की बात सामने आने के बाद 25 नवंबर को कोतवाली थाने में शिकायत दर्ज कराई गई थी। माना जा रहा है कि जमीन से जुड़े पुराने तनाव के चलते वर्कशॉप को निशाना बनाया गया।