
राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन (RCA) में जारी उठापटक और विवादों पर पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राज्य सरकार और RCA की एडहॉक कमेटी पर तीखा प्रहार किया है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर बयान जारी कर वर्तमान हालात को बेहद गंभीर बताते हुए सरकार से तत्काल हस्तक्षेप की अपील की।
गहलोत ने कहा कि भाजपा सरकार के सत्ता में आने के बाद RCA में लगातार विवाद बढ़ते गए हैं, जिससे क्रिकेट प्रेमियों में जबरदस्त निराशा फैली है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार द्वारा गठित एडहॉक कमेटी RCA में स्थिरता लाने में असफल रही है और अब स्थिति इतनी खराब हो चुकी है कि इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) जैसे बड़े टूर्नामेंट का आयोजन भी कठिन हो गया है।
तीन महीने के लिए होती है एडहॉक कमेटी:गहलोत ने एडहॉक कमेटी की वैधता पर सवाल उठाते हुए कहा कि ऐसी समिति सामान्यतः तीन महीने के लिए गठित की जाती है, जिसका उद्देश्य RCA में चुनाव कराना होता है। लेकिन मौजूदा एडहॉक कमेटी को बने डेढ़ साल से ज्यादा का समय बीत चुका है और अभी तक कोई चुनाव नहीं हुआ है। उन्होंने यह भी कहा कि क्रीड़ा परिषद और खेल विभाग के बीच भी आपसी टकराव जारी है, और राज्य सरकार मात्र दर्शक बनी बैठी है।
एडहॉक कमेटी में ही बढ़ा टकराव:हाल ही में RCA की एडहॉक कमेटी के संयोजक व बीजेपी विधायक जयदीप बिहाणी और समिति के सदस्य धनंजय सिंह खींवसर के बीच टकराव की खबरों ने RCA के अंदरूनी संघर्ष को और उजागर कर दिया है।
गहलोत ने अपने X पोस्ट में लिखा कि जब वैभव गहलोत RCA के अध्यक्ष थे, तब एसोसिएशन का नाम सकारात्मक कार्यों के लिए सुर्खियों में था। उन्होंने बताया कि उसी दौरान RCA से BCCI का बैन हटा और राजस्थान में फिर से अंतरराष्ट्रीय और IPL मुकाबलों का आयोजन संभव हो सका। उन्होंने RPL व अन्य राज्यस्तरीय टूर्नामेंटों का ज़िक्र करते हुए बताया कि जोधपुर के बरकतुल्लाह खां स्टेडियम का नवीनीकरण हुआ और वहीं RPL व CCL जैसे मैच आयोजित किए गए।
उन्होंने आगे कहा कि जयपुर में विश्व के सबसे बड़े क्रिकेट स्टेडियमों में से एक का निर्माण कार्य भी उन्हीं के कार्यकाल में शुरू हुआ था, लेकिन अब वह भी अधर में लटका हुआ है। गहलोत ने राज्य सरकार से RCA में चल रही उठापटक को समाप्त करने की मांग करते हुए कहा कि यह सिर्फ खिलाड़ियों के भविष्य की बात नहीं है, बल्कि यह लाखों क्रिकेट प्रेमियों की उम्मीदों और भावनाओं का विषय है।