
राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने सोमवार को मुख्यमंत्री निवास पर आयोजित नियमित जनसुनवाई कार्यक्रम के दौरान आमजन की विविध और जटिल समस्याएं विस्तारपूर्वक सुनीं और संवेदनशीलता के साथ उनकी पीड़ा को समझा। इस जनसुनवाई में बड़ी संख्या में महिलाएं, दिव्यांगजन, बुजुर्ग नागरिक, गरीब तबके के लोग और समाज के विभिन्न वर्गों के परिवादी शामिल हुए। मुख्यमंत्री ने न केवल उन्हें पूरा समय दिया बल्कि मौके पर ही संबंधित अधिकारियों को त्वरित, प्रभावी और न्यायोचित समाधान सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
जिला कलेक्टरों को दिए जनसुनवाई की सख्ती से पालना के निर्देशमुख्यमंत्री ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि राज्य सरकार महिला, किसान, युवा और श्रमिक वर्ग के चहुँमुखी विकास हेतु पूरी तरह प्रतिबद्ध है। जनसुनवाई इन प्राथमिक वर्गों को राहत प्रदान करने का एक प्रभावी माध्यम है। उन्होंने सभी जिला कलेक्टरों को निर्देशित किया कि वे प्रत्येक सप्ताह अपने-अपने स्तर पर नियमित जनसुनवाई का आयोजन करें और यह सुनिश्चित करें कि आमजन की समस्याओं का समाधान जिला स्तर पर ही हो जाए, ताकि उन्हें जयपुर तक भटकना न पड़े।
जनसुनवाई के दौरान प्रेमलता नामक महिला ने जब मुख्यमंत्री के समक्ष अपने कैंसर इलाज में आ रही गंभीर आर्थिक बाधा को साझा किया, तो मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने मानवीयता का परिचय देते हुए तत्क्षण उसके निःशुल्क इलाज के आदेश जारी कर दिए। इस फैसले से प्रेमलता जैसी कई जरूरतमंद महिलाओं को न सिर्फ राहत मिली बल्कि यह भी स्पष्ट हुआ कि सरकार गंभीर बीमारियों के इलाज में किसी को अकेला नहीं छोड़ेगी।
कई विभागों की समस्याएं सुनीं, तुरंत कार्रवाई के निर्देशमुख्यमंत्री ने जनसुनवाई में सामाजिक न्याय, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, शिक्षा, पेयजल आपूर्ति, ग्रामीण विकास, नगरीय निकाय प्रशासन, बिजली, सड़क और आवास जैसी बुनियादी सेवाओं से जुड़ी शिकायतों को भी गंभीरता से सुना। उन्होंने संबंधित विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिया कि हर शिकायत पर समयबद्ध तरीके से कार्यवाही की जाए और शिकायतकर्ता को संतोषजनक समाधान मिले।