जयपुर में 'लापता शिक्षा मंत्री' के पोस्टर लगे, अमायरा केस में नीरजा मोदी स्कूल पर 72 घंटे में कार्रवाई का अल्टीमेटम

राजस्थान की राजधानी जयपुर में मंगलवार सुबह प्रमुख चौराहों और सरकारी दफ्तरों के पास ‘शिक्षा मंत्री लापता’ के पोस्टर लगाए गए। यह विरोध प्रदर्शन सामाजिक कार्यकर्ताओं ने 9 वर्षीय अमायरा के मामले में न्याय न मिलने पर किया। नारायण सिंह सर्किल, अल्बर्ट हॉल, ओटीएस चौराहा और शिक्षा संकुल जैसे प्रमुख स्थलों पर पोस्टर लगाए गए, जिससे राजस्थान के शिक्षा विभाग की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े हो गए।

‘मंत्री पिछले दो साल से लापता’

सामाजिक संस्था ‘परिवर्तन’ के संस्थापक आशुतोष रांका ने इस विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व करते हुए शिक्षा मंत्री मदन सिंह दिलावर पर तीखे आरोप लगाए। रांका ने कहा कि मंत्री पिछले दो साल से ‘लापता’ हैं, जबकि राज्य की शिक्षा प्रणाली गंभीर संकट में है। उन्होंने अमायरा केस, झालावाड़ स्कूल हादसा, दूध पाउडर घोटाला और समय पर किताब न मिलने जैसी घटनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि इन गंभीर मामलों में मंत्री कहीं नजर नहीं आए। रांका ने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में इतनी बड़ी त्रासदियों के बावजूद मंत्री की चुप्पी और गैर-मौजूदगी उनके कर्तव्यों की अनदेखी को दर्शाती है।

नीरजा मोदी स्कूल पर कार्रवाई क्यों नहीं हुई?

सामाजिक कार्यकर्ता रेखा शर्मा ने अमायरा मामले की गंभीरता को उजागर किया। उन्होंने बताया कि जयपुर के मशहूर नीरजा मोदी स्कूल में बुलिंग से तंग आकर 9 साल की अमायरा ने चौथी मंजिल से छलांग लगा दी थी। घटना को 38 दिन बीत चुके हैं। बावजूद इसके CBSE की रिपोर्ट में स्कूल दोषी पाए जाने के बाद भी शिक्षा विभाग ने कोई ठोस कार्रवाई नहीं की। इस मामले में #JusticeforAmaira के तहत सोशल मीडिया पर लगातार आवाज उठाई जा रही है, लेकिन विभागीय कार्रवाई अब तक शून्य रही है।

‘राज्य की शिक्षा व्यवस्था ठप’

संस्था की संस्थापक सदस्य शशि मीणा ने आरोप लगाया कि पूरे राज्य की शिक्षा व्यवस्था ठप पड़ चुकी है। न स्कूलों की गुणवत्ता पर ध्यान है, न शिक्षकों की समस्याओं का समाधान हो रहा है और न छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा रही है। उन्होंने कहा कि आज पूरे राजस्थान के माता-पिता मंत्री को ढूंढ रहे हैं क्योंकि बच्चों के भविष्य का सवाल है। पोस्टरों में यह संदेश भी दिया गया कि “सूचना मिलने पर तुरंत संपर्क करें।”

72 घंटे का अल्टीमेटम

परिवर्तन संस्था ने शिक्षा मंत्री को 72 घंटे का अल्टीमेटम दिया है। आशुतोष रांका ने चेतावनी दी कि अगर अगले 72 घंटों में नीरजा मोदी स्कूल के खिलाफ कठोर कार्रवाई नहीं की गई, तो पूरे शहर में मंत्री मदन सिंह दिलावर के ‘लापता’ पोस्टर लगाए जाएंगे। यह विरोध प्रदर्शन केवल अमायरा के लिए न्याय की मांग नहीं है, बल्कि राजस्थान की शिक्षा व्यवस्था में व्याप्त भ्रष्टाचार, लापरवाही और निजी स्कूलों की बढ़ती मनमानी के खिलाफ भी एक मुखर आवाज है।