राजधानी जयपुर में शनिवार, 21 दिसंबर को आयोजित 78वीं ‘सेना दिवस परेड’ के संयुक्त कर्टन रेजर कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने इसे प्रदेश और देश दोनों के लिए गौरव का अवसर बताया। उन्होंने कहा कि सेना दिवस केवल एक आयोजन नहीं, बल्कि भारत के गौरवशाली इतिहास, आत्मसम्मान और राष्ट्रीय स्वाभिमान का प्रतीक है। यह दिन भारतीय सेना के अद्वितीय शौर्य, कठोर अनुशासन, अतुलनीय त्याग और अडिग राष्ट्रभक्ति को नमन करने का अवसर देता है।
मुख्यमंत्री ने गर्व के साथ घोषणा की कि वर्ष 2026 में होने वाली 78वीं सेना दिवस परेड की मेजबानी जयपुर करेगा। उन्होंने इसे राजस्थान के लिए ऐतिहासिक उपलब्धि बताते हुए कहा कि यह आयोजन प्रदेश की वीर परंपरा को राष्ट्रीय स्तर पर और मजबूत पहचान दिलाएगा। कार्यक्रम में सप्त शक्ति कमांड के आर्मी कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल मनजिंदर सिंह ने भी अपने विचार रखे। उन्होंने कहा कि भारतीय सेना ने अपने अदम्य साहस और वीरता से पहाड़ों, रेगिस्तानों और दुर्गम सीमाओं पर देश की सुरक्षा सुनिश्चित की है।
जगतपुरा के महल रोड पर होगी भव्य परेडसेना दिवस परेड-2026 का आयोजन इस बार सैन्य छावनी की सीमाओं से बाहर, जयपुर के जगतपुरा क्षेत्र स्थित महल रोड पर किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने बताया कि इस भव्य परेड में लड़ाकू विमानों और हेलीकॉप्टरों की फ्लाई-पास्ट, सैन्य टुकड़ियों का मार्च, अत्याधुनिक ड्रोन तकनीक और आधुनिक युद्ध क्षमताओं का प्रदर्शन किया जाएगा। आम नागरिकों के बीच होने वाला यह आयोजन सेना और जनता के बीच विश्वास, सम्मान और आपसी जुड़ाव को और सशक्त बनाएगा।
युद्धों से लेकर आधुनिक अभियानों तक सेना का अद्वितीय योगदानमुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि 1947-48 से लेकर 1965 और 1971 के भारत-पाक युद्धों, 1999 के कारगिल युद्ध तथा हाल के सैन्य अभियानों तक भारतीय सेना ने हर चुनौती का साहस, धैर्य और दृढ़ संकल्प के साथ सामना किया है। उन्होंने कहा कि राजस्थान वीरों की भूमि है, जहां की मिट्टी में शौर्य, पराक्रम और बलिदान की अमर गाथाएं रची-बसी हैं।
वीरांगनाओं और पूर्व सैनिकों का हुआ सम्मानइस अवसर पर मुख्यमंत्री ने देश के लिए सर्वोच्च बलिदान देने वाले वीरों की वीरांगनाओं को सम्मानित किया। उन्होंने कीर्ति चक्र से सम्मानित (मरणोपरांत) नायक मेघ राज सिंह, सेना मेडल से सम्मानित (मरणोपरांत) हवलदार राम सिंह शेखावत और सेना मेडल से सम्मानित (मरणोपरांत) लांस नायक बंशीधर यादव की वीरांगनाओं को सम्मान प्रदान किया।
इसके साथ ही सेवानिवृत्त ब्रिगेडियर जीवन राजपुरोहित, सूबेदार अर्जुन सिंह राठौड़ और हवलदार मदन सिंह काजला को भी उनके राष्ट्रसेवा के योगदान के लिए सम्मानित किया गया। यह सम्मान समारोह भारतीय सेना के प्रति कृतज्ञता और सम्मान का प्रतीक बना।