अहमदाबाद विमान हादसे में बांसवाड़ा के एक ही परिवार के 5 लोगों की दर्दनाक मौत, राजस्थान के 11 यात्री थे सवार

गुजरात के अहमदाबाद में गुरुवार को हुए दिल दहला देने वाले दर्दनाक विमान हादसे में राजस्थान के बांसवाड़ा जिले के एक ही परिवार के 5 लोगों की जान चली गई है, जिससे पूरे इलाके में शोक की लहर है। इस दर्दनाक त्रासदी में विमान में सवार बांसवाड़ा की डॉ. कोनी व्यास, उनके पति डॉक्टर प्रदीप जोशी, उनके परिजन प्रद्युत जोशी, मिराया जोशी और नकुल जोशी भी शामिल थे। यह खबर जैसे ही फैली, परिजनों और जान-पहचान वालों में मातम पसर गया।

उदयपुर के पेसिफिक हॉस्पिटल उमरड़ा के प्रबंधन की ओर से बताया गया कि डॉ. कौनी व्यास ने एक महीने पहले ही हॉस्पिटल से इस्तीफा दिया था। उन्होंने अपने पति के साथ लंदन जाकर बसने का निर्णय लिया था, इसलिए उन्होंने नौकरी छोड़ दी थी। यह उनका सपनों का सफर माना जा रहा था, जो दुर्भाग्यवश इस दुखद हादसे में टूट गया।

बताया गया है कि वे मूल रूप से बांसवाड़ा की रहने वाली थीं और उनके पति डॉक्टर प्रदीप जोशी लंबे समय से लंदन में एक प्रतिष्ठित डॉक्टर के तौर पर कार्यरत हैं। परिवार के अन्य सदस्य भी इसी यात्रा पर उनके साथ थे।

जिस विमान से यह दुखद दुर्घटना हुई, वह एयर इंडिया का बोइंग 787-8 विमान था, जिसे बेहद सुरक्षित माना जाता है। इस फ्लाइट का नाम A171 था और यह अहमदाबाद से लंदन के लिए उड़ान पर था। जानकारी के अनुसार, इसमें कुल 242 यात्री सवार थे, जिनमें 196 भारतीय, 53 ब्रिटिश, 1 कनाडाई और 7 पुर्तगाली नागरिक शामिल थे। यह भी सामने आया है कि यह विमान लगभग 15 साल पुराना था, फिर भी इसे तकनीकी रूप से सुरक्षित श्रेणी में रखा गया था।

इस हादसे से जुड़े और भी तथ्य सामने आए हैं, जिनमें अहमदाबाद से लंदन जाने वाले इस विमान में राजस्थान के कुल 11 यात्रियों के सवार होने की पुष्टि हुई है। इनमें से उदयपुर के एक प्रमुख मार्बल व्यवसायी के बेटे और बेटी शामिल थे, जो लंदन की सैर पर निकले थे। इसके अलावा, उदयपुर जिले के एक गांव से दो युवक भी इस विमान में थे, जो लंदन में रहने वाले अहमदाबाद के एक व्यवसायी के यहां कुक (रसोइया) के रूप में काम करते थे। बीकानेर जिले का एक युवक भी इस दुखद यात्रा का हिस्सा था।

यह दुर्घटना न केवल तकनीकी सवालों को जन्म देती है, बल्कि कई परिवारों की खुशहाल जिंदगी को एक झटके में तबाह कर गई है। पूरे राजस्थान में इस घटना को लेकर गहरा शोक है और स्थानीय प्रशासन भी लगातार स्थिति पर नजर बनाए हुए है।