ओडिशा सरकार का बांग्लादेशी घुसपैठ पर सख्त रुख, 10 अवैध घरों पर चला बुलडोजर

बांग्लादेशी घुसपैठ को लेकर ओडिशा प्रशासन ने कड़ा कदम उठाया है। जगतसिंहपुर जिले की बेहरामपुर बस्ती में संदिग्ध बांग्लादेशी नागरिकों के ठिकानों की पहचान कर कार्रवाई करते हुए प्रशासन ने सरकारी जमीन पर अवैध रूप से बने 10 मकानों को ध्वस्त कर दिया। स्थानीय सूत्रों के अनुसार, इन घरों में कुछ संदिग्ध बांग्लादेशी नागरिक रह रहे थे।

प्रशासन की यह कार्रवाई स्थानीय पुलिसकर्मियों पर हमले के एक दिन बाद की गई। इस हमले में एक महिला कांस्टेबल समेत दो पुलिसकर्मी घायल हो गए थे। धनीपुर-बेहरामपुर बस्ती में अवैध रूप से बांग्लादेशियों के रहने की खबरें समय-समय पर सामने आती रही हैं। कार्रवाई सोमवार से शुरू हुई और प्रशासन की टीम ने पहले चरण में गोचर जमीन पर बने तीन अवैध घरों को बुलडोजर से ध्वस्त किया।

इसके अगले दिन मंगलवार को तरिकुंड कॉलेज के पीछे स्थित धनीपुर सातपुरा बस्ती में भी प्रशासन ने कार्रवाई की। अतिरिक्त एसपी और एसडीपीओ के नेतृत्व में भेजी गई टीम ने संदिग्ध बांग्लादेशियों के ठिकानों की छानबीन की और सात अवैध घरों को ध्वस्त कर दिया।

अब तक कुल 10 अवैध घरों को ढहाया जा चुका है। इस दौरान पुलिस ने 13 संदिग्ध व्यक्तियों को हिरासत में लिया। पकड़े गए व्यक्तियों से वैध पहचान पत्र मांगे जा रहे हैं। इनमें से 10 लोगों ने बंगाल के आधार कार्ड और ओडिशा के वोटर कार्ड पेश किए हैं, जिनकी पुलिस गंभीरता से जांच कर रही है।

इस कदम से ओडिशा प्रशासन ने स्पष्ट कर दिया है कि बांग्लादेशी घुसपैठ पर कोई समझौता नहीं किया जाएगा और किसी भी अवैध निवास को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।