राजा रघुवंशी हत्याकांड की जांच अब SIT के हाथ में, आज शिलॉन्ग कोर्ट में पेश किया जाएगा सोनम को

राजा रघुवंशी हत्याकांड की गुत्थी को सुलझाने के लिए अब जांच की कमान स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) को सौंप दी गई है। बुधवार से एसआईटी इस हाई-प्रोफाइल केस की जांच शुरू करेगी, जिसमें कई चौंकाने वाले मोड़ सामने आने की संभावना है। मेघालय पुलिस राजा की पत्नी सोनम को अपनी निगरानी में लेकर शिलॉन्ग पहुंच चुकी है, जहां पर पूछताछ और सबूतों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। सोनम के साथ-साथ केस में शामिल अन्य आरोपियों को भी शिलॉन्ग कोर्ट में पेश किया जाएगा।

सोनम को पहले गाजीपुर से पटना और फिर शिलॉन्ग लाया गया, इस पूरे सफर के दौरान पुलिस ने उससे कई अहम सवाल पूछे। लेकिन हैरानी की बात यह रही कि सोनम ने किसी भी सवाल का कोई उत्तर नहीं दिया, जिससे जांच एजेंसी की संदेह और भी गहरा गया।

मुख्य आरोपी राज कुशवाहा समेत चारों पर कसेगा शिकंजा, मेडिकल जांच के बाद पूछताछ शुरू

पुलिस अब सोनम के साथ-साथ मुख्य आरोपी राज कुशवाहा, आकाश राजपूत, विशाल चौहान और आनंद कुर्मी से सख्ती से पूछताछ करने की तैयारी में है। इन सभी को कोर्ट में पेश करने से पहले अनिवार्य रूप से मेडिकल परीक्षण कराया जाएगा। सोनम का मेडिकल टेस्ट देर रात को कराया गया, जिससे उसके स्वास्थ्य की स्थिति भी स्पष्ट हो सके। इसके बाद ही उसे पुलिस रिमांड पर लेकर गहन पूछताछ शुरू की जाएगी।

शिलॉन्ग पुलिस इन सभी आरोपियों की मदद से हत्या के पूरे घटनाक्रम को रीक्रिएट करने की योजना बना रही है, जिससे यह साफ हो सके कि हत्या कब, कहां और कैसे अंजाम दी गई थी। जिन-जिन स्थानों पर ये आरोपी रुके थे, उन सभी जगहों पर पुलिस टीम जाकर साक्ष्य एकत्र करेगी।

हत्या के हर पहलू की होगी बारीकी से जांच, पुलिस को मिली सात दिन की ट्रांजिट रिमांड

मेघालय पुलिस इस केस को केवल सतही स्तर पर नहीं बल्कि हर एंगल से जांच करने की तैयारी में है, ताकि कोई भी सुराग छूट न जाए। पुलिस को कोर्ट से सात दिन की ट्रांजिट रिमांड मिली है, जिसके दौरान टीम हत्या की गहराई में जाकर सभी तथ्यों को सामने लाने की कोशिश करेगी।

एफआईआर में हुए चौंकाने वाले खुलासे, सोनम की भूमिका सबसे अधिक संदिग्ध

राजा रघुवंशी के भाई विपिन रघुवंशी द्वारा दी गई लिखित शिकायत और उसके आधार पर दर्ज की गई एफआईआर की कॉपी अब सामने आ चुकी है। उसमें हत्या से जुड़ी कई अहम और गंभीर जानकारियां दर्ज हैं। एफआईआर के अनुसार, राजा की हत्या के बाद उनके महत्वपूर्ण निजी सामान जैसे वॉलेट, सोने की चेन, सगाई और शादी की अंगूठी, ब्रेसलेट, पावर बैंक, स्लिंग बैग, नकदी, जरूरी दस्तावेज, डेबिट-क्रेडिट कार्ड और एक मोबाइल फोन भी गायब था, जो लूटपाट की संभावनाओं को भी उजागर करता है।
हत्या की वारदात के वक्त मौके पर मौजूद थी सोनम, आरोपियों पर डलवाया था दबाव

सबसे चौंकाने वाली बात यह सामने आई है कि सोनम हत्याकांड के वक्त घटनास्थल पर मौजूद थी। आरोप है कि तीनों आरोपियों ने राजा पर क्रूरता से हमला किया, और सोनम ने यह सब अपनी आंखों के सामने होते देखा। आरोपियों के मन में हत्या को लेकर हलचल थी, लेकिन सोनम ने उन्हें हत्या के लिए उकसाया और दबाव बनाया, जिससे वारदात को अंजाम दिया गया।

राजा को गंभीर रूप से घायल करने के बाद उसका शव एक गहरी खाई में फेंक दिया गया, ताकि साक्ष्य मिटाया जा सके। यह योजना सिर्फ हत्या तक सीमित नहीं थी, बल्कि इसके पीछे एक पूर्व नियोजित साजिश का संकेत भी मिलता है।