सोनम काला जादू करती थी इसलिए राजा उसकी बातों में आ गया, रघुवंशी हत्याकांड में भाई का सनसनीखेज दावा

इंदौर में चर्चित राजा रघुवंशी हत्याकांड में एक सनसनीखेज मोड़ सामने आया है। मृतक राजा के भाई विपिन रघुवंशी ने अब राजा की पत्नी सोनम रघुवंशी पर काला जादू करने का आरोप लगाया है। विपिन का दावा है कि सोनम शादी के तुरंत बाद से ही तांत्रिक गतिविधियों में लिप्त थी और राजा को पूरी तरह वश में कर चुकी थी। इस दावे से केस को लेकर रहस्य और भी गहराता जा रहा है।

उज्जैन से लाई गई 'काली गुड़िया', फिर शुरू हुई अजीब घटनाएं


विपिन रघुवंशी के अनुसार, शादी के कुछ दिन बाद सोनम राजा को लेकर उज्जैन महाकाल दर्शन के लिए गई थीं, जहां से उसने एक काली गुड़िया खरीदी। बाद में वह गुड़िया राजा को दी गई, जिसे उसने घर में टांग दिया था। उसी दिन से घर में अजीब घटनाएं होने लगीं—जैसे कि रात में छन-छन की आवाजें, राजा का अचानक बदला व्यवहार, और परिवार से दूरी बनाना।

परिवार ने जब एक पंडित से संपर्क किया, तो गुड़िया को घर से बाहर कर दिया गया, लेकिन तब तक विपिन के मुताबिक, राजा सोनम के नियंत्रण में आ चुका था।

हनीमून से पहले कामाख्या मंदिर जाना बना शक का कारण

विपिन ने बताया कि राजा शिलॉन्ग हनीमून पर नहीं जाना चाहता था, लेकिन सोनम के कहने पर वह तैयार हो गया। इससे पहले सोनम राजा को असम स्थित मां कामाख्या मंदिर भी ले गई थी, जो भारत के सबसे रहस्यमयी और तांत्रिक शक्तिपीठों में से एक माना जाता है।

विपिन का दावा है कि ये सारे संकेत इस ओर इशारा करते हैं कि सोनम ने शादी के तुरंत बाद राजा को काले जादू में जकड़ लिया था। यही वजह थी कि वह अपनी मां और भाई से दूर हो गया और हर बात सोनम की मानने लगा।

मां उमा रघुवंशी ने भी देखा थी 'काली गुड़िया'


राजा रघुवंशी की मां उमा रघुवंशी ने भी इस बात की पुष्टि की है कि उन्होंने सोनम के हाथ में काली गुड़िया देखी थी। उनके अनुसार, यह घटना उज्जैन दर्शन के तुरंत बाद की है। उन्होंने इसे केवल सामान्य वस्तु समझा था, लेकिन अब जब बेटे की हत्या हो चुकी है, तो पूरा घटनाक्रम उन्हें भी चिंतित कर रहा है।

कामाख्या मंदिर और तंत्र साधना का संबंध

बताया जा रहा है कि सोनम राजा को हनीमून से पहले कामाख्या मंदिर ले गई थी, जो भारत के प्रमुख तांत्रिक पीठों में से एक है। इस मंदिर को लेकर मान्यता है कि यहां तांत्रिक शक्तियों की सिद्धि के लिए देशभर से साधक आते हैं। विपिन का आरोप है कि सोनम पहले से इस विषय में जानकारी रखती थी और शायद उसी के तहत राजा को वहां लेकर गई थी।

हत्या से पहले तंत्र की तैयारी?


राजा रघुवंशी की हत्या के बाद अब यह संदेह भी गहराता जा रहा है कि क्या यह कोई पूर्व नियोजित तांत्रिक साजिश थी? क्या कामाख्या मंदिर की यात्रा और काली गुड़िया केवल संयोग थी, या किसी गहरी योजना का हिस्सा? पुलिस इस मामले की तफ्तीश कर रही है, लेकिन सोनम की भूमिका पर अब सवालों की एक लंबी श्रृंखला खड़ी हो चुकी है।

राजा रघुवंशी हत्याकांड केवल एक पारिवारिक हत्या नहीं रह गया है, बल्कि अब इसमें अंधविश्वास, तंत्र-मंत्र और मानसिक नियंत्रण जैसे कई पेचीदा पहलू सामने आ रहे हैं। सोनम पर लगाए गए आरोप जांच के दायरे में हैं, लेकिन अगर ये आरोप सही साबित होते हैं तो यह मामला देश में काला जादू और अंधविश्वास से जुड़ी घटनाओं का एक और भयावह उदाहरण बन सकता है।

पुलिस अब इन दावों की पुष्टि के लिए तकनीकी और पारंपरिक दोनों स्तरों पर जांच में जुटी है। आने वाले दिनों में यह स्पष्ट हो पाएगा कि यह हत्या केवल एक आपसी झगड़े का परिणाम थी या किसी तांत्रिक षड्यंत्र की पराकाष्ठा।