
राजा रघुवंशी के निर्मम हत्यारों की खौफनाक योजना किसी अज्ञात महिला की हत्या कर उसके शव को पूरी तरह जलाने की थी, जिससे उसे राजा की पत्नी सोनम का शव बताकर सबूत मिटाया जा सके और सोनम, जो हत्या की मुख्य साजिशकर्ता थी, सच्चाई सामने आने तक कुछ और दिनों तक सुरक्षित रूप से छिपी रह सके। इस सनसनीखेज मामले में मेघालय पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बृहस्पतिवार को यह चौंकाने वाली जानकारी साझा की। मेघालय पुलिस को यह भी पता चला कि सोनम का कथित प्रेमी राज कुशवाह इस पूरी हत्या की साजिश का मास्टरमाइंड था और सोनम स्वयं सह-साजिशकर्ता के रूप में इस क्रूर योजना में शामिल थी।
सोनम से पूछताछ के पहले ही दिन, उसके कथित प्रेमी राज और तीन अन्य आरोपियों ने पुलिस के समक्ष यह भी खुलासा किया कि वह (सोनम) पूरी योजना के अनुसार बुर्का पहनकर मेघालय से चुपचाप भाग निकली थी। इस दौरान उसने टैक्सी, बस और ट्रेन जैसे विभिन्न परिवहन साधनों का उपयोग कर मध्यप्रदेश के इंदौर तक का लंबा सफर तय किया। पूर्वी खासी हिल्स जिले के पुलिस अधीक्षक विवेक सायम ने बताया कि राजा की हत्या की साजिश 11 मई को इंदौर में रची गई थी, ठीक उसी दिन जब सोनम और राजा की शादी हुई थी, और इस साजिश का मास्टरमाइंड राज कुशवाह था, जबकि सोनम ने इस भयावह योजना में सहमति जताई थी।
राज का चचेरा भाई भी गुनाह में भागीदारपुलिस अधीक्षक विवेक सायम ने आगे बताया, ‘‘तीनों युवक आपस में पुराने दोस्त थे और उनमें से एक राज का चचेरा भाई भी था। यह किसी पेशेवर हत्या के लिए दी गई सुपारी का मामला नहीं था। उन्होंने दोस्ती के नाम पर हत्या को अंजाम देने में राज की मदद की।’’ अधिकारी के अनुसार, राज ने उन्हें खर्चों के लिए 50,000 रुपये भी दिए थे। यह भी खुलासा हुआ कि हत्या की योजना फरवरी में ही इंदौर में तैयार की जाने लगी थी और राजा की हत्या के बाद सोनम के फरार होने के लिए अलग-अलग योजनाएं बनाई गई थीं।
पहचान छिपाने के लिए महिला शव जलाने की खौफनाक स्कीमवरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने आगे बताया, ‘‘आरोपियों की एक योजना यह थी कि सोनम के झरने में बह जाने का नाटक किया जाए जिससे लोग विश्वास कर लें कि उसकी मौत हो चुकी है। दूसरी खतरनाक योजना यह थी कि किसी अंजान महिला की हत्या कर उसका शव दोपहिया वाहन पर लादकर जला दिया जाए और दावा किया जाए कि यह सोनम का शव है। हालांकि, सौभाग्यवश कोई भी योजना सफल नहीं हो पाई।’’
हत्या गुवाहाटी में प्लान, वीसाडोंग वाटरफॉल बना अपराधस्थलअधिकारियों के मुताबिक, आरोपी नवविवाहित जोड़े के 19 मई को असम पहुंचने से कुछ दिन पहले ही साजिशकर्ता गुवाहाटी पहुंच चुके थे और वहां राजा की हत्या की सटीक योजना बनाई गई थी। 20 मई को वीसाडोंग वाटरफॉल की ओर जाने के दौरान तीनों ने असम से खरीदी गई कुल्हाड़ी से दोपहर करीब 2:00 बजे से 2:18 बजे के बीच सोनम की मौजूदगी में राजा पर हमला कर दिया और उसकी हत्या कर शव को खाई में फेंक दिया।
रेनकोट से छुपाया गया खून, दोपहिया वाहन बना सबूतहत्या के तुरंत बाद, सोनम ने अपना रेनकोट आकाश को दिया क्योंकि उसकी शर्ट पर खून लगा था। बाद में आकाश ने वह रेनकोट फेंक दिया क्योंकि उस पर भी खून के धब्बे थे। एसपी के अनुसार, आरोपियों ने सोनम और राजा द्वारा किराए पर लिया गया दोपहिया वाहन भी एक स्थान पर छोड़ दिया, जो बाद में पुलिस द्वारा बरामद किया गया और जांच के लिए महत्त्वपूर्ण सबूत बना।
बुर्का पहनकर सोनम ने रची भागने की योजनाअधिकारी ने बताया, ‘‘राज ने विशाल को एक बुर्का दिया, जिसे उसने सोनम को सौंपा। वह बुर्का पहनकर पुलिस बाजार पहुंची, वहां से टैक्सी ली और गुवाहाटी चली गई। इसके बाद वह बस से सिलीगुड़ी (पश्चिम बंगाल) पहुंची, फिर पटना, आरा होते हुए लखनऊ के लिए ट्रेन में सवार हुई और अंत में बस से इंदौर पहुंच गई।’’
राज ने सोनम को अपहरण पीड़िता बनने की सलाह दीइस दौरान मेघालय की मीडिया ने एक पर्यटक गाइड से बात की, जिसने सोनम और राजा को तीन अजनबियों के साथ देखा था। पुलिस के अनुसार, जब आकाश की पहली गिरफ्तारी उत्तर प्रदेश में हुई, तो राज घबरा गया और सोनम से कहा कि वह अपने परिवार को कॉल कर यह कहे कि वह अपहरण गिरोह से भाग निकली है। इसी योजना के तहत सोनम ने आठ जून को गाजीपुर में आत्मसमर्पण किया।
पुलिस को था यकीन, शव नहीं मिलेगाआरोपियों को भरोसा था कि राजा का शव पुलिस को नहीं मिलेगा, क्योंकि वह खाई में बहुत दूर था और तलाशी में महीनों लग सकते थे। इस भ्रम में रहकर सोनम ने खुद को ‘पीड़िता’ साबित करने की योजना बनाई।
पूछताछ और अपराध दृश्य का पुनर्निर्माणपुलिस अधिकारी ने कहा, ‘‘हम आरोपियों के बयान दर्ज कर रहे हैं और सबूत जुटाने के बाद घटना स्थल पर अपराध दृश्य का पुनर्निर्माण करेंगे। हमें पूरा विश्वास है कि हम अनिवार्य 90 दिनों की समयसीमा के भीतर चार्जशीट दाखिल कर देंगे।’’
हनीमून पर गई थी लेकिन हत्या की साजिश बनीसोनम (25) को मेघालय में हनीमून के दौरान अपने पति राजा रघुवंशी (29) की साजिशन हत्या में शामिल होने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। उस पर आरोप है कि उसने अपने कथित प्रेमी राज कुशवाह (20) और तीन अन्य भाड़े के हत्यारों की मदद से इस हत्या को अंजाम दिया। पांचों आरोपी मेघालय पुलिस की हिरासत में हैं और उनसे लगातार पूछताछ की जा रही है।
लापता राजा, शव मिलने के बाद सामने आया सचराजा और सोनम 23 मई को मेघालय के सोहरा क्षेत्र में छुट्टियां मनाने गए थे, जहां से वे लापता हो गए। राजा का शव 2 जून को खड्ड से मिला जबकि सोनम लापता रही। 8 जून को गाजीपुर में उसने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण किया। चार अन्य आरोपियों को मध्यप्रदेश और उत्तर प्रदेश के अलग-अलग स्थानों से गिरफ्तार किया गया। राजा का परिवार ट्रांसपोर्ट व्यवसाय से जुड़ा है। उनकी शादी 11 मई को इंदौर में हुई थी और 20 मई को वे हनीमून के लिए गुवाहाटी रवाना हुए थे।