झारखंड के शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन बाथरूम में फिसले, सिर में गंभीर चोट, दिल्ली मेदांता में इलाज जारी

झारखंड के शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन एक दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। जानकारी के मुताबिक, वे अपने घर के बाथरूम में फिसल गए, जिससे उनके सिर में गहरी चोट आई और ब्रेन में ब्लड क्लॉट बनने की पुष्टि हुई है। हालात गंभीर देखते हुए उन्हें एयरलिफ्ट कर दिल्ली के मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इस घटना की जानकारी झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया पोस्ट के माध्यम से साझा की।

मेदांता में हो रहा उच्चस्तरीय इलाज

स्वास्थ्य मंत्री अंसारी ने बताया कि मंत्री रामदास सोरेन की स्थिति बेहद नाजुक है और उन्हें त्वरित इलाज की आवश्यकता थी। यही कारण है कि विशेषज्ञ डॉक्टरों की सलाह पर उन्हें एयरलिफ्ट करके दिल्ली लाया गया। उन्होंने यह भी कहा कि वे लगातार उनकी चिकित्सा स्थिति पर नजर रखे हुए हैं और सभी लोगों से उनके शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करने की अपील की है। उन्होंने लिखा, “रामदास जी हमारे वरिष्ठ और बड़े भाई जैसे हैं, उनका इस तरह बीमार होना अत्यंत दुखद है। हम सब उनके जल्द स्वस्थ होने की कामना करते हैं।”

शिक्षा मंत्री के तौर पर सक्रिय भूमिका

रामदास सोरेन झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के कद्दावर नेता माने जाते हैं और फिलहाल राज्य सरकार में शिक्षा मंत्री के रूप में कार्यरत हैं। घाटशिला विधानसभा क्षेत्र से विधायक चुने गए रामदास सोरेन ने इस क्षेत्र का 2009, 2014 और 2019 में सफलतापूर्वक प्रतिनिधित्व किया है। अपनी राजनीति यात्रा में उन्होंने क्षेत्रीय विकास, शिक्षा और आदिवासी कल्याण के कई कार्य किए हैं, जिसके कारण वे जनता के बीच एक लोकप्रिय नेता माने जाते हैं।

संगठन के प्रति भी समर्पित

रामदास सोरेन न केवल एक मंत्री बल्कि संगठन के भीतर भी एक मजबूत स्तंभ की भूमिका निभाते हैं। पूरे कोल्हान क्षेत्र में वे झारखंड मुक्ति मोर्चा के एक प्रमुख आदिवासी चेहरे के रूप में स्थापित हैं। हेमंत सोरेन सरकार में उन्हें सबसे भरोसेमंद नेताओं में गिना जाता है। पार्टी संगठन को कोल्हान में और भी अधिक सक्रिय व सशक्त बनाने की जिम्मेदारी भी उन्हीं के कंधों पर है।

गांव से शुरू हुई राजनीतिक यात्रा

रामदास सोरेन की राजनीतिक पृष्ठभूमि जमीनी स्तर से शुरू हुई। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत घोड़ाबांधा ग्राम पंचायत के प्रधान के रूप में की थी। मूल रूप से घाटशिला प्रखंड के खरसती गांव के निवासी सोरेन एक सादगीपूर्ण और जुझारू व्यक्तित्व के धनी हैं। उनके दादा टेल्को कंपनी में कार्यरत थे और वहीं परिवार घोड़ाबांधा में बस गया। ग्राम प्रधान रहते हुए भी रामदास सोरेन ने समाज सेवा में सक्रिय भूमिका निभाई और बाद में झारखंड मुक्ति मोर्चा से जुड़कर पार्टी के जिला सचिव और जिलाध्यक्ष जैसे महत्वपूर्ण पदों तक पहुंचे।

आज वे चार बार के विधायक हैं और शिक्षा मंत्री के रूप में झारखंड सरकार में अपनी सेवाएं दे रहे हैं। उनकी अस्वस्थता की खबर से राज्य भर में उनके समर्थकों और पार्टी कार्यकर्ताओं में चिंता का माहौल है।

समर्थकों में चिंता, नेताओं ने जताई संवेदना

घटना के बाद झारखंड की राजनीति में हलचल मच गई है। सोशल मीडिया पर कई नेताओं ने मंत्री की स्थिति पर चिंता जाहिर करते हुए उनके शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना की है। झारखंड मुक्ति मोर्चा के कार्यकर्ताओं से लेकर आम जनता तक हर कोई उनके जल्दी ठीक होने की उम्मीद कर रहा है।