जम्मू-कश्मीर की राजधानी श्रीनगर के नौगाम पुलिस स्टेशन में बुधवार देर रात हुए भयंकर धमाके ने पूरे देश को दहला दिया। इस विस्फोट में 9 लोगों की मौत हो गई, जबकि कई लोग गंभीर रूप से घायल हुए। दिल्ली में हुए कार ब्लास्ट के बाद यह दूसरी बड़ी घटना है, जिसने सुरक्षा एजेंसियों को अलर्ट पर ला दिया है। इस बीच, गृह मंत्रालय ने शुरुआती जांच के आधार पर अपनी आधिकारिक प्रतिक्रिया जारी की है।
गृह मंत्रालय का बड़ा खुलासा—यह हमला नहीं, एक दुर्घटनाकेंद्रीय गृह मंत्रालय ने स्पष्ट किया कि नौगाम पुलिस स्टेशन में हुआ धमाका किसी हमले का नतीजा नहीं था, बल्कि यह एक दुर्घटनात्मक विस्फोट था। मंत्रालय के अनुसार, फरीदाबाद में जब्त किए गए विस्फोटक पदार्थों के नमूने लेने के दौरान यह हादसा हुआ। विस्फोट की तीव्रता इतनी अधिक थी कि पूरा पुलिस स्टेशन ध्वस्त हो गया और आसपास की इमारतों में भी गहरी दरारें पड़ गईं।
मंत्रालय का आधिकारिक बयानगृह मंत्रालय ने बयान में कहा— “14 नवंबर की रात करीब 11:20 बजे नौगाम पुलिस स्टेशन परिसर में एक शक्तिशाली विस्फोट हुआ, जो अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है।”
बयान के अनुसार, FIR संख्या 162/2025 की जांच के दौरान बड़ी मात्रा में रासायनिक पदार्थ और विस्फोटक सामग्री बरामद की गई थी। इन बरामद विस्फोटकों को सुरक्षा मानकों के तहत पुलिस स्टेशन के खुले क्षेत्र में रखा गया था।
आखिर हादसा हुआ कैसे?मंत्रालय ने बताया कि जब्त किए गए विस्फोटकों और रसायनों को फोरेंसिक व रासायनिक विश्लेषण के लिए भेजने की प्रक्रिया दो दिनों से जारी थी। चूंकि विस्फोटक अत्यंत संवेदनशील किस्म के थे, इसलिए विशेषज्ञों की निगरानी में अत्यधिक सावधानी बरती जा रही थी।
हालांकि, रात करीब 11:20 बजे अचानक उनमें तेज रासायनिक प्रतिक्रिया हुई और जोरदार धमाका हो गया। मंत्रालय ने कहा कि विस्फोटक की अस्थिर प्रकृति इस दुर्घटना का मुख्य कारण प्रतीत होती है।
9 लोगों की मौत, कई घायल—नौगाम में भारी तबाहीविस्फोट में 9 लोगों की मौत होने की पुष्टि की गई है। इसके अलावा:
27 पुलिसकर्मी घायल
2 राजस्व अधिकारी जख्मी
3 स्थानीय नागरिकों को चोटें
सभी घायलों को तुरंत अस्पताल भेजा गया। पुलिस स्टेशन की इमारत बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई है और उसके आसपास की संरचनाएं भी भारी नुकसान झेल चुकी हैं।
गहन जांच के आदेश, अफवाहों से दूर रहने की अपीलगृह मंत्रालय ने घटना की विस्तृत जांच शुरू करने के निर्देश दे दिए हैं। मंत्रालय का कहना है कि यह दुर्घटना कैसे हुई, इसकी सटीक वजह पता लगाने के लिए विशेषज्ञ टीम काम कर रही है। साथ ही मंत्रालय ने यह भी कहा है कि इस विस्फोट को लेकर किसी तरह की अनावश्यक अटकलें या गलत दावे नहीं किए जाने चाहिए।