18 साल के दलित युवक को बनाया बंधक, बेरहमी से पीटा, जबरन पिलाया पेशाब; फरीदाबाद में दरिंदगी

हरियाणा के फरीदाबाद जिले के बल्लभगढ़ इलाके में सोमवार की शाम एक रूह कंपा देने वाली घटना सामने आई, जिसने इंसानियत को शर्मसार कर दिया। यहां 18 साल के एक दलित युवक के साथ जो कुछ हुआ, वह सुनकर किसी का भी दिल दहल जाए। युवक को कथित तौर पर तीन घंटे तक न केवल बंधक बनाकर रखा गया, बल्कि उसके साथ ऐसा अमानवीय सलूक किया गया जिसे शब्दों में बयां कर पाना मुश्किल है।

पुलिस के मुताबिक, आरोपियों ने युवक को रस्सियों से उल्टा लटका दिया, उसका सिर, भौंहें और मूंछें जबरन मुंड दीं। इतना ही नहीं, उसे पेशाब पीने के लिए मजबूर किया गया। युवक की हालत गंभीर बनी हुई है और उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां डॉक्टर लगातार उसकी जान बचाने की कोशिश में जुटे हैं।

दोस्ती में दरार या फिर जातिगत नफरत का घिनौना रूप?

पुलिस की प्रारंभिक जांच के अनुसार, यह हमला किसी निजी रंजिश का नतीजा बताया जा रहा है। कहा गया है कि पीड़ित ने हाल ही में दोस्तों का ग्रुप बदल लिया था, जिससे पुरानी दोस्ती में खटास आ गई थी। लेकिन दूसरी ओर, पीड़ित के परिजनों का आरोप कुछ और ही कहानी बयां करता है।

परिवार का साफ कहना है कि यह जातिगत हमला है। उन्होंने आरोप लगाया कि हमलावर पहले भी जातिसूचक गालियां दे चुके हैं। पीड़ित के चचेरे भाई ने यह भी बताया, “रविवार की रात भी इन लोगों ने मेरे भाई को पीटा और उसे धमकी दी कि अगर किसी से कुछ कहा तो अंजाम भुगतना होगा।”

तीन घंटे की बर्बरता: छत से लटका कर पीटा गया मासूम

पुलिस जांच में सामने आया कि सोमवार शाम चार बजे से लेकर सात बजे तक युवक को एक कमरे में बंद रखा गया। इस दौरान उसे छत के हुक से उल्टा लटकाया गया और लाठियों से पीटा गया। इतना ही नहीं, यौन उत्पीड़न भी किया गया। जब आरोपियों का दिल भर गया, तो युवक को उसके घर के बाहर फेंक दिया गया — जैसे कोई सामान हो।

पीड़ित के भाई ने बताया, “वह इतना डरा हुआ था कि घर आकर भी कह रहा था, भैया पुलिस को मत बताना... नहीं तो ये लोग फिर मारेंगे।”

एक आरोपी गिरफ्तार, दो नाबालिग हिरासत में

फरीदाबाद पुलिस ने तेजी से कार्रवाई करते हुए 19 वर्षीय आरोपी पीयूष को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया। वहीं, दो नाबालिगों को बाल सुधार गृह में रखा गया है और एक अन्य आरोपी अभी फरार है। पुलिस ने इस मामले में SC/ST एक्ट की धारा 3 और IPC की कई गंभीर धाराओं के तहत केस दर्ज किया है।

हमले में इस्तेमाल की गई लाठियां भी पुलिस ने बरामद कर ली हैं, जिससे हमले की क्रूरता और साफ उजागर हो रही है।

नाजुक हालत में जिंदगी की जंग लड़ रहा युवक

पीड़ित के सिर में गहरी चोट है, एक टांग टूटी हुई है और शरीर पर जगह-जगह गंभीर जख्म हैं। डॉक्टरों ने उसकी हालत को बेहद नाजुक बताया है। पुलिस प्रवक्ता यशपाल यादव ने कहा, “हम उसकी मेडिकल स्थिति पर नज़र बनाए हुए हैं। जैसे ही वह बयान देने लायक होगा, हम उसकी पूरी कहानी दर्ज करेंगे।” गुरुवार को युवक की टांग की सर्जरी होनी है, जिसके बाद ही उसकी स्थिति पर कुछ कहा जा सकेगा।

जातिगत एंगल की जांच जारी, परिवार का उठता सवाल

पीड़ित के परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने शुरुआत में इस मामले को केवल आपसी रंजिश बताकर दबाने की कोशिश की। लेकिन जब उन्होंने जोर दिया और जातिगत टिप्पणियों के प्रमाण पेश किए, तो पुलिस ने SC/ST एक्ट में केस दर्ज किया।

हालांकि, पुलिस का कहना है कि अब तक जातिगत एंगल की कोई ठोस पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन मामले की हर एंगल से जांच की जा रही है।