अहमदाबाद। गुजरात में बीजेपी सरकार ने एक बड़ा राजनीतिक बदलाव करते हुए अपने मंत्रिमंडल का विस्तार किया है। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने 19 नए चेहरों को अपनी कैबिनेट में शामिल कर एक नई शुरुआत की है। खास बात यह रही कि भारतीय क्रिकेटर रवींद्र जडेजा की पत्नी रिवाबा जडेजा को भी मंत्री पद की शपथ दिलाई गई और उन्हें शिक्षा विभाग सौंपा गया है। वहीं, हर्ष संघवी को पदोन्नत करते हुए राज्य का नया उपमुख्यमंत्री बनाया गया है।
इस नये विस्तार के साथ गुजरात मंत्रिपरिषद में अब कुल 26 सदस्य हो गए हैं, जिसमें पहले के 6 पुराने मंत्रियों को भी फिर से जगह दी गई है। सभी मंत्रियों को उनके-अपने विभाग भी सौंप दिए गए हैं।
मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने अपने पास सामान्य प्रशासन, राजस्व और आपदा प्रबंधन, सड़क और भवन, नर्मदा परियोजना, खनन और बंदरगाह जैसे प्रमुख विभाग रखे हैं। इसके साथ ही सभी नीतिगत फैसलों और ऐसे विभागों की जिम्मेदारी भी उन्हीं के पास रहेगी जो अन्य किसी मंत्री को नहीं सौंपे गए हैं।
हर्ष संघवी अब उपमुख्यमंत्री, गृह और उद्योग जैसे अहम मंत्रालयों की कमान
हर्ष संघवी, जिन्हें अब उपमुख्यमंत्री का दर्जा दिया गया है, उन्हें गृह मंत्रालय के साथ-साथ परिवहन, खेल और युवा सेवाएं, कानून, न्याय, नागरिक सुरक्षा, उद्योग, पर्यटन और नागरिक उड्डयन जैसे प्रभावशाली विभाग दिए गए हैं। उनकी यह नई भूमिका राज्य की आंतरिक सुरक्षा से लेकर आर्थिक और युवा विकास की दिशा तय करेगी।
रिवाबा जडेजा को मिला शिक्षा मंत्रालय, राजनीति में मिली अहम जिम्मेदारीसौराष्ट्र क्षेत्र से विधायक और क्रिकेटर रवींद्र जडेजा की पत्नी रिवाबा जडेजा को इस कैबिनेट विस्तार में शामिल कर भाजपा ने महिला नेतृत्व को बढ़ावा देने का स्पष्ट संकेत दिया है। उन्हें प्राथमिक, माध्यमिक और वयस्क शिक्षा विभाग की जिम्मेदारी दी गई है। यह उनके राजनीतिक करियर में एक बड़ा कदम माना जा रहा है।
अन्य प्रमुख मंत्रियों के पास कौन से विभागकनुभाई देसाई को वित्त और शहरी विकास जैसे विभाग मिले हैं, जो राज्य की आर्थिक रीढ़ माने जाते हैं।
जीतेन्द्र वाघाणी को कृषि और पशुपालन जैसे विभाग सौंपे गए हैं, जो ग्रामीण विकास से जुड़े हैं।
रुशिकेश पटेल को ऊर्जा और पंचायती राज की जिम्मेदारी दी गई है।
अर्जुन मोढवाडिया, जो कांग्रेस छोड़ भाजपा में आए थे, उन्हें वन और पर्यावरण मंत्रालय मिला है, जो पर्यावरण नीति के लिए अहम है।
डॉ. प्रद्युम्न वाजा को सामाजिक न्याय और शिक्षा से जुड़े विभाग मिले हैं, जो सामाजिक सुधारों की दिशा में संकेत करते हैं।
राज्य मंत्रियों की भूमिका भी अहमराज्य मंत्रियों में कई चेहरे ऐसे हैं जिन्हें स्वतंत्र प्रभार मिला है। मसलन, ईश्वरसिंह पटेल को जल संसाधन और जल आपूर्ति का स्वतंत्र प्रभार दिया गया है, जबकि डॉ. मनीषा वकील को महिला और बाल विकास का स्वतंत्र प्रभार मिला है।
वहीं, संजय महिदा, कमलेश पटेल और पुनमचंद बरंडा जैसे मंत्रियों को प्रशासन, राजस्व और जनजातीय विकास जैसे संवेदनशील विभाग सौंपे गए हैं। इससे स्पष्ट होता है कि सरकार ने संतुलित प्रतिनिधित्व और क्षेत्रीय संतुलन को प्राथमिकता दी है।
गुजरात में भाजपा का नया राजनीतिक संतुलनइस मंत्रिमंडल विस्तार और विभागों के बंटवारे से भाजपा ने यह स्पष्ट कर दिया है कि वह 2027 की तैयारी अभी से शुरू कर चुकी है। युवा नेताओं को आगे लाना, महिलाओं को प्रमुख पदों पर नियुक्त करना और अनुभवी नेताओं को अहम विभाग सौंपना — यह सब पार्टी की दीर्घकालिक रणनीति का हिस्सा लगता है।
भविष्य की राजनीति के लिहाज से यह कैबिनेट गुजरात में भाजपा की छवि को मजबूत करने और विपक्ष को जवाब देने का एक सधा हुआ प्रयास माना जा रहा है।