अंतरिक्ष में फिर लहराएगा तिरंगा, शुभांशु शुक्ला बनेंगे मिशन एक्सिओम-4 के कमांडर, ISRO करेगा 7 बड़े प्रयोग

भारत एक बार फिर अंतरिक्ष में अपनी उपस्थिति दर्ज कराने जा रहा है और इस बार यह मिशन एक निजी लेकिन बेहद महत्वपूर्ण अभियान के जरिए होगा। भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला 10 जून को अमेरिका से अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) की ओर उड़ान भरेंगे। यह मिशन भारत समेत चार देशों की साझेदारी में होगा और इसमें इसरो भी बड़ी भूमिका निभा रहा है।

चार देशों की साझेदारी, एक ऐतिहासिक मिशन

अमेरिका, भारत, पोलैंड और हंगरी के अंतरिक्ष यात्रियों को लेकर यह निजी मिशन एक्सिओम-4 (Axiom-4) नासा के कैनेडी स्पेस सेंटर से लॉन्च होगा। 14 दिवसीय इस अभियान में चारों देश अपने-अपने अनुसंधानों को अंजाम देंगे, और यह पहली बार होगा जब ये तीन देश—भारत, पोलैंड और हंगरी—एक साथ आईएसएस पर मिशन का हिस्सा बनेंगे।

शुभांशु शुक्ला के नेतृत्व में भारत की नई छलांग

भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला इस मिशन के पायलट होंगे, जो 10 जून की सुबह 6:12 बजे (भारतीय समयानुसार) स्पेसएक्स ड्रैगन यान में सवार होकर उड़ान भरेंगे। यह मिशन उन देशों के लिए भी ऐतिहासिक है जो 40 साल से अंतरिक्ष में मानव मिशन नहीं भेज पाए थे।

ISRO करेगा 7 माइक्रोग्रैविटी अनुसंधान प्रयोग

इस मिशन में इसरो सात माइक्रोग्रैविटी प्रयोग करेगा जो मानव स्वास्थ्य, जीवन और भौतिक विज्ञान, जैव प्रौद्योगिकी, नई दवाओं की खोज और सामग्री अनुसंधान से जुड़े होंगे। इसरो ने कहा है कि यह भारतीय वैज्ञानिक समुदाय के लिए एक अहम अवसर है।