दिल्ली के करोल बाग थाना क्षेत्र में बृहस्पतिवार को पुलिस ने अवैध मोबाइल असेंबलिंग और आईएमईआई छेड़छाड़ की एक फैक्ट्री का खुलासा किया। मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। आरोपी गैर-कानूनी रूप से मोबाइल असेंबल कर, आईएमईआई नंबर बदलकर बाजार में बेचते थे। उनकी कब्जे से कुल 1826 मोबाइल फोन (कीपैड और स्मार्टफोन) बरामद किए गए।
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक, आरोपियों के पास आईएमईआई बदलने के लिए इस्तेमाल होने वाला लैपटॉप भी बरामद हुआ है। करोल बाग पुलिस पिछले 15 दिनों से इलाके में अवैध मोबाइल गतिविधियों पर नजर बनाए हुए थी। इस दौरान बीडनपुरा, गली नंबर 22 में एक बिल्डिंग से चल रही गैर-कानूनी मोबाइल असेंबलिंग और सॉफ्टवेयर से आईएमईआई बदलने वाली यूनिट का पता चला। आरोपियों का नेटवर्क बड़े पैमाने पर पुराने मोबाइल फोन खरीदकर उन्हें नए बॉडी पार्ट्स के साथ असेंबल करने का था।
जांच में पता चला कि आरोपी पुराने मोबाइल फोन कबाड़ बेचने वालों से खरीदते थे। नए मोबाइल बॉडी पार्ट्स चीन से मंगवाए जाते थे। पुराने मदरबोर्ड्स को नए बॉडी पार्ट्स में फिट करके असेंबल किया जाता और सॉफ्टवेयर के जरिए IMEI नंबर बदलकर डिवाइस को कानूनी दिखाने की कोशिश की जाती थी। आरोपियों ने स्वीकार किया कि पिछले दो सालों से यह रैकेट छुपकर चला रहे थे। मामले में करोल बाग थाने में केस दर्ज किया गया और आगे की जांच जारी है।
गिरफ्तार किए गए आरोपियों के नाम और विवरण:अशोक कुमार, 45 वर्ष, मैन्युफैक्चरिंग यूनिट के मालिक, निवासी ककरोला, दिल्ली
रामनारायण, 36 वर्ष, निवासी तिलक नगर, दिल्ली
धर्मेंद्र कुमार, 35 वर्ष, निवासी मोती नगर, दिल्ली
दीपांशु, 25 वर्ष, निवासी मंडावली, दिल्ली
दीपक, 19 वर्ष, निवासी ओल्ड महावीर नगर, दिल्ली
इस गिरफ्तारी से करोल बाग इलाके में अवैध मोबाइल असेंबलिंग और आईएमईआई छेड़छाड़ पर नियंत्रण में मदद मिलने की उम्मीद है।