बिहार का चौंकाने वाला मामला: दो साल के बच्चे ने सांप को दांतों से काटकर उतारा मौत के घाट, डॉक्टर भी रह गए हैरान

पश्चिम चंपारण से एक हैरान करने वाली घटना सामने आई है, जिसने न सिर्फ इलाके के लोगों को बल्कि अस्पताल में मौजूद चिकित्सकों को भी चकित कर दिया। शुक्रवार को बेतिया स्थित गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (GMCH) में एक बुज़ुर्ग महिला अपने दो साल के पोते को लेकर पहुंचीं। जब डॉक्टरों ने बच्चे की तबीयत के बारे में पूछा, तो महिला ने बताया कि उसके पोते ने एक ज़हरीले कोबरा सांप को दांतों से काटकर मार डाला है। यह सुनकर डॉक्टर भी चौंक उठे, लेकिन बिना समय गंवाए उन्होंने बच्चे का इलाज शुरू किया। राहत की बात यह रही कि बच्चे की हालत अब खतरे से बाहर बताई जा रही है।

कैसे हुआ यह अनोखा हादसा?

यह घटना मझौलिया प्रखंड के बनकटवा गांव में शुक्रवार दोपहर लगभग दो बजे की है। गांव निवासी सुनील शाह की पत्नी घर के पीछे लकड़ियां तोड़ रही थीं। उसी दौरान लकड़ियों के ढेर से एक जहरीला सांप (गेहूंवन, जिसे कोबरा भी कहा जाता है) बाहर निकल आया, लेकिन महिला की नज़र उस पर नहीं पड़ी। वहां पास में उनका दो साल का बेटा गोविंदा कुमार खेल रहा था। बच्चे की निगाह जैसे ही सांप पर पड़ी, उसने बिना किसी डर के पहले उसे ईंट से मारा और फिर उठाकर दांतों से काट लिया।

गोविंदा की दादी बताती हैं कि जब उन्होंने अपने पोते के हाथ में सांप देखा, तो घबरा गईं और परिवार के अन्य सदस्य भी दौड़ते हुए वहां पहुंच गए। लेकिन तब तक गोविंदा सांप को दांतों से काट चुका था और सांप की मौके पर ही मौत हो गई।

इलाज के लिए पहले पीएचसी, फिर GMCH में भर्ती

सांप से उलझने और काटने के कुछ ही देर बाद गोविंदा की तबीयत बिगड़ने लगी और वह बेहोश हो गया। घबराए परिजनों ने उसे तुरंत स्थानीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (PHC) पहुंचाया। वहां डॉक्टरों ने हालत गंभीर देखते हुए उसे GMCH, बेतिया रेफर कर दिया।

GMCH में बच्चे का इलाज कर रहे डॉक्टर सौरव कुमार ने बताया कि बच्चे के चेहरे और मुंह में सूजन है, लेकिन फिलहाल स्थिति सामान्य है। बच्चे को लगातार मॉनिटरिंग में रखा गया है और डॉक्टरों की टीम उस पर नजर बनाए हुए है। समय पर इलाज मिलने के कारण उसकी जान बच पाई और वह धीरे-धीरे स्वस्थ हो रहा है।

मासूमियत और बहादुरी का अद्भुत उदाहरण

दो साल के नन्हे गोविंदा ने जो किया, वह किसी फिल्मी सीन से कम नहीं था। जहां आम लोग सांप को देखकर डर जाते हैं, वहीं यह मासूम बच्चे ने अपनी मासूमियत में बहादुरी की मिसाल पेश कर दी। हालांकि यह एक खतरनाक घटना थी, लेकिन समय पर इलाज और परिवार की सतर्कता ने एक बड़ी अनहोनी को टाल दिया। अब पूरा गांव इस बच्चे की चर्चा कर रहा है और उसे एक बहादुर योद्धा की उपाधि दे रहा है।