जींस-शर्ट और क्रॉक्स में मंत्री पद की शपथ लेने पहुंचे उपेंद्र कुशवाहा के बेटे दीपक प्रकाश, बोले— 'क्यों बनाया मंत्री, ये पिताजी ही बताएंगे'

बिहार की नई सरकार में कई नए चेहरों की एंट्री ने राजनीतिक हलचल तेज कर दी है। इन्हीं में सबसे ज्यादा सुर्खियां बटोरने वाले नेता हैं दीपक प्रकाश, जिन्हें विधानसभा चुनाव लड़े बिना ही सीधे मंत्री पद की जिम्मेदारी सौंप दी गई। लोग हैरान थे क्योंकि आरएलएम प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा के बेटे दीपक को कैबिनेट में शामिल किए जाने का अंदाज़ा किसी को भी पहले से नहीं था।

शपथ ग्रहण से कुछ ही देर पहले मिली जानकारी


दीपक प्रकाश ने मीडिया से बातचीत के दौरान बताया कि खुद उन्हें भी आखिरी क्षणों में मंत्री बनाए जाने की खबर मिली। जैसे ही यह सूचना आई, वे तुरंत शपथ मंच की ओर रवाना हुए। उनके पहनावे को लेकर भी जमकर चर्चा रही—परंपरागत कुर्ता-पायजामा की बजाय वे डेनिम जींस, शर्ट और क्रॉक्स में ही शपथ लेने पहुंच गए, जिसने सोशल मीडिया पर भी खूब ध्यान खींचा।

“कपड़ों से फर्क नहीं पड़ता, काम करके दिखाऊंगा”

एबीपी न्यूज से बातचीत के दौरान जब उनसे इस ड्रेस कोड पर सवाल किया गया, तो दीपक प्रकाश ने सहज अंदाज़ में कहा— “कपड़ों से क्या होता है, मुझे समय दीजिए… काम बेहतर तरीके से करके दिखाऊंगा।” उन्होंने बताया कि मीडिया को जैसे ही खबर लगी, ठीक उसी वक्त उन्हें भी पता चला कि वे कैबिनेट में शामिल होने जा रहे हैं।

परिवारवाद पर बोले— “उपेंद्र कुशवाहा का बेटा हूं, इसे कैसे नकारूं!”

जब पत्रकारों ने उनसे परिवारवाद के आरोपों पर प्रतिक्रिया मांगी, तो दीपक प्रकाश ने साफ कहा— “मैं उपेंद्र कुशवाहा का बेटा हूं, इस सच्चाई से इंकार नहीं कर सकता। मुझे मंत्री क्यों बनाया गया, ये सवाल मेरे पिताजी से पूछिए।”

अब एमएलसी बनने पर भी उठे सवाल

क्योंकि दीपक प्रकाश विधायक नहीं हैं, इसलिए अब चर्चा का विषय यह है कि उन्हें विधान परिषद में जगह कौन देगा? जेडीयू या बीजेपी — दोनों दलों में से कौन अपने कोटे की सीट उनके लिए छोड़ने को तैयार होगा, इस पर अटकलें जारी हैं।

नीतीश के मंत्रिमंडल में बड़े बदलाव

पटना के गांधी मैदान में शपथ ग्रहण समारोह में नीतीश कुमार ने दसवीं बार मुख्यमंत्री बनकर एक नया रिकॉर्ड बनाया। उनके साथ कुल 26 मंत्रियों ने शपथ ली, जिनमें तीन महिलाएं भी शामिल हैं। समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह समेत कई बड़े नेता मौजूद रहे।

इस बार की कैबिनेट लिस्ट में बड़ा फेरबदल दिखा। पिछली सरकार के 18 मंत्री इस बार जगह नहीं बना सके, जिनमें रत्नेश सदा, जयंत राज कुशवाहा, शीला मंडल, महेश्वर हजारी, संतोष सिंह, जीवेश कुमार, केदार गुप्ता, हरी सहनी, नीतीश मिश्रा, रेणु देवी, विजय कुमार मंडल, प्रेम कुमार सहित कई अन्य नाम शामिल हैं।