नीरज चोपड़ा (Neeraj Chopra) ने टोक्यो ओलंपिक (Tokyo Olympics 2020) में गोल्ड मेडल जीतकर इतिहास रच दिया। ऑलिंपिक एथलेटिक्स में गोल्ड मेडल जीतकर 121 साल का सूखा खत्म कर दिया। उन्होंने शनिवार को खेले गए फाइनल मुकाबले में 87.58 मीटर के बेस्ट थ्रो के साथ जेवलिन थ्रो का गोल्ड मेडल अपने नाम किया। नीरज की इस जीत के साथ पूरा देश जश्न में डूबा हुआ है। नीरज चोपड़ा ने गोल्ड मेडल जीतकर साबित कर दिया कि वो कितने ज्यादा फिट हैं।
12 साल की उम्र में 85 किलो था नीरज का वजन
दरअसल, एक समय था, जब उनके अधिक वजन के कारण गांव के लड़के सरपंच कहकर उनका मजाक उड़ाते थे। जब नीरज 12 साल के थे, तब मलाई बूरा शक्कर खाने की वजह से उनका वजन 85 किलो तक हो गया था। ऐसे में जब वह कुर्ता पहनकर बाहर निकलते थे तो गांव के लड़के गांव का सरपंच कहकर उनका मजाक उड़ाया करते थे। इसके बाद ही उनके पिता ने उन्हें जिम भेजना शुरू किया। हालांकि जिम में सबसे छोटे होने के कारण उन्होंने वहां जाने से मना कर दिया। इसके बाद उन्होंने मैदान पर कदम रखा और कोच जयवीर सिंह ने उनके टैलेंट को पहचान लिया। बिना ट्रेनिंग के ही नीरज 40 मीटर तक जेवलिन फेंक रहे थे। इसके बाद नीरज का एक नया सफर शुरू हुआ।
बता दें कि नीरज सेना के 4 राजपूताना राइफल्स रेजीमेंट में सूबेदार हैं। नीरज चोपड़ा को 2016 में नायब सूबेदार के पद पर जूनियर कमीशंड ऑफिसर के रूप में चुना गया था। बता दें कि इंडियन आर्मी किसी खिलाड़ी को जवान या नॉन कमीशंड ऑफिसर के पद पर भर्ती करती है, लेकिन नीरज की काबिलियत को देखते हुए उन्हें सीधे नायब सूबेदार के पद पर नियुक्त किया गया था। शनिवार को जब नीरज ने देश के गले में सोने का मेडल डाला तो उनके रेजीमेंट के साथियों ने भी खूब जश्न मनाया। दिल्ली में राजपूताना राइफल्स के जवानों ने नीरज की गोल्डन जीत पर भारत माता, इंडियन आर्मी और इस खिलाड़ी के जयकारे लगाए। इसके बाद जवानों ने रेजीमेंटल सॉन्ग भी गाया।