Tokyo Olympics 2020: 121 साल का इंतजार खत्म, नीरज चोपड़ा ने जीता गोल्ड; भारत को एथलेटिक्स में पहला मेडल

भारत का एथलेटिक्स में मेडल जीतने का 121 साल का इंतजार खत्म हो गया है। पहलवान बजरंग पूनिया के ब्रॉन्ज मेडल जीतने के कुछ ही देर बाद जेवलिन थ्रोअर नीरज चोपड़ा ने भारत को गोल्ड मेडल दिलाया। उनका सर्वश्रेष्ठ थ्रो 87.58 मीटर का रहा। यह ओलिंपिक में ट्रैक ऐंड फील्ड से भारत के लिए पहला मेडल है। नीरज ने पहले अटैम्प्ट में 87.03 मीटर और दूसरे अटैम्प्ट में 87.58 मीटर दूर भाला फेंका। तीसरे अटैम्प्ट में उन्होंने 76.79 मीटर, चौथे और 5वें में फाउल और छठे अटैम्प्ट में 80 मीटर से ज्यादा थ्रो किया।

86.67 मीटर थ्रो के साथ चेक के जाकुब वेदलेच दूसरे नंबर पर रहे। वहीं 85.44 मीटर के थ्रो के साथ चेक के वितेस्लाव वेसेली तीसरे नंबर पर रहे। नीरज ने क्वालिफाइंग राउंड में 86.65 मीटर थ्रो किया था और अपने ग्रुप में पहले नंबर पर रहे थे। भारत का यह अब तक का सबसे सफल ओलिंपिक बन गया है।

गोल्ड मेडल जितने के बाद नीरज चोपड़ा ओलिंपिक में इंडिविजुअल स्पोर्ट में गोल्ड जीतने वाले शूटर अभिनव बिंद्रा के बाद दूसरे भारतीय ऐथलीट भी बन गए हैं। यह भारत का टोक्यो में 7वां मेडल भी है। इसके साथ ही भारत ने अपने लंदन ओलिंपिक-2012 के बेस्ट प्रदर्शन 6 मेडल को पीछे छोड़ दिया।

2008 में अभिनव बिंद्रा ने रचा था इतिहास

ओलिंपिक गेम्स में 13 साल बाद भारत को किसी इवेंट में गोल्ड मेडल मिला है। इससे पहले 2008 में बीजिंग ओलिंपिक निशानेबाज अभिनव बिंद्रा ने गोल्ड जीता था। बिंद्रा ने 10 मीटर एयर राइफल इवेंट का गोल्ड अपने नाम किया था।

भारत का अब तक का 10वां गोल्ड


यह ओलिंपिक गेम्स में भारत का अब तक का 10वां गोल्ड मेडल है। भारत ने इससे पहले हॉकी में 8 और शूटिंग में 1 गोल्ड मेडल जीता है। इस तरह भारत का यह सिर्फ दूसरा इंडिविजुअल गोल्ड मेडल भी है।