टोक्यो ओलंपिक में भारतीय निशानेबाजों से काफी उम्मीद थी, लेकिन वे अपेक्षाओं पर खरे नहीं उतर सके। शूटर मनु भाकर भी इन्हीं में से एक थीं। वे सभी इवेंट में हार के साथ बाहर हो गई हैं। उन्होंने तीन स्पर्धाओं में हिस्सा लिया था। अब एक इंटरव्यू में उन्होंने कोच जसपाल राणा को लेकर कई खुलासे किए हैं। कोच राणा के साथ अपने सभी मुद्दों के कारण उनकी मानसिक स्थिति बहुत खराब थी। उन्होंने बताया कि सबसे पहले, मैं पिछले 4-5 महीनों से सोशल मीडिया से दूर हूं और मुझे बाहर क्या हो रहा है, इस बारे में कुछ पता नहीं है। मेरे जीवन और शूटिंग करियर में भी बहुत नकारात्मकता है। हालांकि मैंने खुद को पॉजिटिव रखने की पूरी कोशिश की। ‘राणा ने मेरे साथ जो किया वह बिल्कुल भी अच्छा नहीं था’
भाकर
ने आगे कहा कि मुझे बहुत खेद है, लेकिन कोच ने मुझे कभी नहीं छोड़ा।
उन्हें निकालने का फैसला भारतीय राष्ट्रीय राइफल संघ (NRAI) प्रमुख रनिंदर
सिंह ने लिया है। क्योंकि मैंने उन्हें बताया और उन्होंने यह भी महसूस किया
कि मेरे जीवन के साथ सब कुछ नकारात्मक हो रहा था। जिन लोगों पर मैंने सबसे
ज्यादा भरोसा किया, उन्होंने मुझे नीचे खींचने की कोशिश की, हो सकता है
क्योंकि कुछ व्यक्तिगत लाभों के लिए ऐसा किया। मैं कोच राणा का सम्मान करती
थी, मैं अब भी करती हूं लेकिन उन्होंने मेरे साथ जो किया वह बिल्कुल भी
अच्छा नहीं था। भाकर ने माना कि गेम्स विलेज में नए कोच रौनक पंडित की
मौजूदगी से उन्हें फायदा हो सकता था।
एम्मा मैककॉन ने टोक्यो में जीता सातवां पदक
ऑस्ट्रेलिया
की महिला तैराक एम्मा मैककॉन ने इतिहास रच दिया है। एम्मा ने 4x100 मेडले
रिले में ऑस्ट्रेलिया की जीत के साथ टोक्यो में ऐतिहासिक सातवां तैराकी पदक
जीता है। ब्रिस्बेन की 27 वर्षीय एम्मा एक ही गेम में सात पदक जीतने वाली
पहली महिला तैराक बनीं। ऐसा करने वाले तीन पुरुष तो हैं, लेकिन महिला
खिलाड़ी ने पहली बार ये कमाल किया है। पुरुषों की बात करें तो स्विमिंग में
माइकल फेल्प्स, मार्क स्पिट्ज और मैट बियोन्डी ने एक ही ओलंपिक में 7 पदक
जीते हैं। हालांकि अमेरिका के फेल्प्स इनमें टॉप पोजिशन पर हैं क्योंकि
उन्होंने सातों गोल्ड मेडल जीते।