Tokyo Olympic : भारतीय निशानेबाजों को मिला इस बात का फायदा! बॉक्सिंग में ये 9 पेश करेंगे चुनौती

टोक्यो ओलंपिक शुरू होने में अब सिर्फ छह दिन बचे हैं। इस बीच भारतीय निशानेबाजी टीम के लिए अच्छी खबर है। भारतीय टीम कई दिनों से क्रोएशिया में थी। यहां न सिर्फ उसे ट्रेनिंग के लिए पर्याप्त समय और कंपीटिशन मिले, बल्कि अब टोक्यो पहुंचने पर भी उसे इसका फायदा मिला। उन्हें सीधे ओलंपिक खेलगांव में प्रवेश मिल गया है और आइसोलेशन में नहीं रहना पड़ेगा।

इसका मतलब है कि वे ट्रेनिंग शुरू कर सकेंगे। नेशनल राइफल एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एनआरएआई) ने बताया कि हमारे शूटर्स को शनिवार को टोक्यो पहुंचने पर सीधे खेलगांव ले जाया गया, जहां उन्हें उनके कमरे सुपुर्द कर दिए गए। वे सोमवार से ट्रेनिंग शुरू कर सकेंगे। भारत के अन्य खेलों के खिलाड़ी स्वदेश से आ रहे हैं और उन्हें टोक्यो पहुंचने पर तीन दिन तक क्वारंटीन रहना होगा।


24 जुलाई से होगी इवेंट, भारत के 15 शूटर लगाएंगे जोर

टोक्यो ओलंपिक में 24 जुलाई से शूटिंग के इवेंट शुरू हो जाएंगे और इसमें भारत को सबसे ज्यादा उम्मीदें हैं। शूटिंग की प्रतियोगिताएं 10 दिनों तक चलेंगीं। निशानेबाजी की 10 इवेंट में भारत अपनी दावेदारी पेश कर रहा है, जिसके लिए 15 निशानेबाज टोक्यो गए हैं। भारत को पिस्टल शूटिंग से लेकर एयर राइफल शूटिंग तक में पदकों की उम्मीद है। वे तैयारियों के सिलसिले में 11 मई को जगरेब रवाना हो गए थे। उन्होंने हालांकि हाल में ओसिएक में समाप्त हुए आईएसएसएफ विश्व कप में अनुकूल प्रदर्शन नहीं किया। भारतीय टीम ने एक स्वर्ण, एक रजत और दो कांस्य पदक जीते और वह 10वें स्थान पर रही थी। ओलंपिक का समापन 8 अगस्त को होगा।


मुक्केबाजी में एमसी मैरीकॉम से पदक की उम्मीद

टोक्यो ओलंपिक में भारत के नौ मुक्केबाज भाग लेंगे जिससे पहली बार इस खेल में पदक की सबसे अधिक उम्मीदें लगाई जा रही हैं। भारत के पांच पुरुष और चार महिला मुक्केबाज 24 जुलाई से सूमो कुश्ती स्थल रियोगोकु कोकुजिकान में कौशल दिखाएंगे। पुरुष वर्ग में अमित पंघाल (52 किग्रा), मनीष कौशिक (63 किग्रा), विकास कृष्ण (69 किग्रा), आशीष कुमार (75 किग्रा) व सतीश कुमार (91 किग्रा से अधिक) चुनौती पेश करेंगे। महिलाओं में लंदन ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता एमसी मेरीकॉम (51 किग्रा), सिमरनजीत कौर (60 किग्रा), लवलीना बोरगोहेन (69 किग्रा) और पूजा रानी (75 किग्रा) पदक जीतने के लिए जोर लगाएंगी।