Tokyo Olympic : भारत ने हॉकी में जापान को 5-3 से हराया, नं.1 टेनिस खिलाड़ी जोकोविक सेमीफाइनल में हारे

मनप्रीत सिंह की कप्तानी वाली भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने टोक्यो ओलंपिक में जोरदार प्रदर्शन जारी रखा। पहले ही क्वार्टर फाइनल (अंतिम-8) में जगह बना चुके भारत ने शुक्रवार को ग्रुप ए के अपने अंतिम मुकाबले में मेजबान जापान को 5-3 से हराया। यह भारत की लगातार तीसरी जीत है। भारत का खाता 12वें मिनट में खुला। हरमनप्रीत सिंह ने पेनल्टी कॉर्नर के जरिए गोल दागा। इसके बाद 17वें मिनट में भारत ने दूसरा गोल दागा।

जापान के लिए पहला गोल गोल 19वें मिनट में केंटा टनाका की स्टिक से आया। हाफ टाइम (15-15 मिनट के दो क्वार्टर) तक भारत ने 2-1 से बढ़त बना रखी थी। जापान ने 31वें मिनट में गोल कर स्कोर बराबर करा दिया। हालांकि अगले ही मिनट में भारत ने एक बार फिर बढ़त हासिल कर ली। भारत के लिए तीसरा गोल शमशेर ने किया।

ग्रुप में दूसरे स्थान पर रहा भारत, पहले पर...

इसके बाद चौथे क्वार्टर में भारत ने चौथा गोल जड़ दिया। 51वें मिनट में नीलकांत ने गोल ठोक दिया। आखिरी समय पर गुरजीत ने भारत की तरफ से 5वां गोल दाग भारत की जीत पर मोहर लगा दी। हालांकि इसके बाद जापान ने एक और गोल हार का अंतर कम कर दिया। आपको बता दें कि भारत को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 1-5 से करारी हार मिली थी। भारत ने न्यूजीलैंड के खिलाफ जीत के साथ अभियान का आगाज किया था। भारत स्पेन को 3-0 से और गत चैंपियन अर्जेंटीना को 3-1 से हराने में सफल रहा। क्वार्टर फाइनल में भारत का मुकाबला ग्रुप बी में तीसरे पायदान पर रहने वाली टीम के साथ होना है। भारत 12 अंक के साथ ग्रुप में दूसरे और ऑस्ट्रेलिया (13) पहले स्थान पर रहा।


ज्वेरेव ने तोड़ा जोकोविक का सपना

दुनिया के नंबर एक टेनिस खिलाड़ी सर्बिया के नोवाक जोकोविक का टोक्यो ओलंपिक में सफर थम गया। उन्हें शुक्रवार को पुरुष एकल के सेमीफाइनल में जर्मनी के एलेक्जेंडर ज्वेरेव ने 1-6, 6-3, 6-1 से हरा दिया। जोकोविक ने हालांकि पहला सेट जीत लिया, लेकिन अगले दो सेट में वे ट्रैक से उतर गए। मुकाबला दो घंटे तीन मिनट चला। इस हार के साथ जोकोविक की गोल्डन स्लैम पूरा करने की संभावना खत्म हो गई। वे इस साल तीन ग्रैंडस्लैम ऑस्ट्रेलियन ओपन, फ्रेंच ओपन और विंबलडन जीत चुके हैं, जबकि यूएस ओपन होना बाकी है।

एक ही साल में चारों ग्रैंडस्लैम के साथ ओलंपिक स्वर्ण जीतने को गोल्डन स्लैम कहते हैं। जर्मनी की पूर्व स्टार टेनिस खिलाड़ी स्टेफी ग्राफ इस उपलब्धि को हासिल करने वाली इकलौती टेनिस खिलाड़ी हैं। उन्होंने 1988 में यह कमाल किया था। चौथी वरीयता प्राप्त ज्वेरेव स्वर्ण पदक के लिए रशियन ओलंपिक कमेटी (आरओसी) के कारेन खाचानोव का सामना करेंगे। खाचानोव ने दूसरे सेमीफाइनल में स्पेन के पाब्लो कार्रेनो बुस्टा को 6-3,6-3 से हराया। जोकोविक कांस्य पदक मुकाबले में बुस्टा से भिड़ेंगे।