टोक्यो ओलंपिक में भारत की एकमात्र जिम्नास्ट प्रणति नायक कलात्मक जिम्नास्टिक स्पर्धा के ऑल राउंड फाइनल्स में जगह बनाने में नाकाम रहीं। पश्चिम बंगाल की 26 वर्षीय प्रणति ने चार वर्गों (फ्लोर एक्सरसाइज, वॉल्ट, अनइवन बार और बैलेंस बीम) में कुल 42.565 अंक बटोरे। वे दूसरे सब डिविजन के बाद 29वें स्थान पर रहीं। पांच सब डिविजन से टॉप 24 जिम्नास्ट ऑल राउंड फाइनल में जगह बनाएंगे, जो 29 जुलाई को होगा। हर वर्ग के टॉप-8 जिम्नास्ट व्यक्तिगत स्पर्धा के फाइनल में खेलेंगे जो 1 से 3 अगस्त तक होगी। प्रणति सभी में निचले हाफ में रहीं। वॉल्ट में सबसे ज्यादा, तो अनइवन बार में सबसे कम अंक
प्रणति
ने फ्लोर में 10.633 अंक हासिल किए, जबकि वॉल्ट में उनका स्कोर इससे बेहतर
13.466 रहा। अनइवन बार में वे सिर्फ 3.033 अंक ही ले पाईं। बैलेंस बीम में
उनका स्कोर 9.433 रहा। आपको बता दें कि प्रणति को को ओलंपिक की तैयारी के
लिए समय नहीं मिला। इसकी वजह ये है कि चीन में 29 मई से एक जून तक
प्रस्तावित 9वीं सीनियर एशियाई चैंपियनशिप रद्द होने के बाद उन्हें
महाद्वीपीय कोटे से प्रवेश मिला था। प्रणति ने 2019 में एशियन कलात्मक
जिम्नास्टिक चैंपियनशिप में वॉल्ट इवेंट में कांस्य जीता था।
10 मीटर एयर राइफल इवेंट में पेश की दीपक-दिव्यांश ने चुनौती
भारतीय
निशानेबाजों का निराशाजनक प्रदर्शन जारी है। रविवार को पुरुषों की 10 मीटर
एयर राइफल स्पर्धा में पदक के दावेदार माने जा रहे दीपक कुमार और दिव्यांश
सिंह पंवार क्रमश: 26वें और 32वें स्थान पर रहे और क्वालिफिकेशन से ही
बाहर हो गए। दीपक 624.7 और दिव्यांश 622.8 अंक ही हासिल कर पाए। दोनों पर
ओलंपिक जैसी बड़ी प्रतियोगिता का दबाव साफ नजर आया। दीपक का छह सीरीज में
सर्वश्रेष्ठ स्कोर 105.3 और दूसरी रैकिंग के दिव्यांश का 104.6 रहा।
क्वालिफिकेशन में चीन के हारोन यांग (632.7) नं.1 पोजिशन पर रहे। यांग ने
नया ओलंपिक रिकॉर्ड भी बनाया। टॉप-8 शूटर ही फाइनल में जगह बनाते हैं।