भारतीय क्रिकेट टीम के कोच पूर्व ऑलराउंडर रवि शास्त्री का कार्यकाल इस टी20 विश्व कप के बाद खत्म हो जाएगा। शास्त्री ने अपने कार्यकाल के दौरान कई सफलताओं का स्वाद चखा। पिछले दिनों इंग्लैंड दौरे के दौरान शास्त्री कोरोना पॉजिटिव हो गए थे। इस बीच शास्त्री ने द गार्डियन को दिए इंटरव्यू में जसप्रीत बुमराह को लेकर खास खुलासा किया। शास्त्री ने कहा कि कोई यह नहीं मानता था कि बुमराह टेस्ट क्रिकेट खेल सकते हैं। वे सफेद गेंद के गेंदबाज थे लेकिन जब मैंने कोच के रूप में जिम्मेदारी संभाली, तो मैंने खुद से पूछा कि मैं विदेशों में 20 विकेट कैसे ले सकता हूं? तभी मेरे दिमाग में बुमराह का नाम आया था। मुझे पता था कि मुझे चार तेज गेंदबाज चाहिए क्योंकि मैंने वेस्टइंडीज के खिलाफ काफी टेस्ट क्रिकेट खेला था।
दक्षिण अफ्रीका दौरा शुरू होने से पहले बनाया था प्लान : शास्त्री
शास्त्री
ने आगे कहा कि इसकी शुरुआत दक्षिण अफ्रीका में 2018 में हुई थी और हम उस
शानदार सीरीज को 1-2 से हार गए थे। मैंने दौरा शुरू होने से पहले ही विराट
कोहली और चयनकर्ताओं से बात की थी कि बुमराह को भारत में टेस्ट क्रिकेट मत
खिलाओ। मैं नहीं चाहता था कि केपटाउन टेस्ट से पहले बुमराह को इस फॉर्मेट
में दुनिया देखे। बुमराह ने जिस तरह एबी डिविलियर्स को अंदर आती गेंद से
आउट किया था उसने यह साबित हो गया था कि वे लंबी रेस के घोड़े हैं। उसके बाद
से तो उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा। वे 24 टेस्ट में 101 विकेट ले चुके
हैं जो वाकई शानदार है। बुमराह ने वर्ष 2016 में ऑस्ट्रेलिया में वनडे और
टी20 डेब्यू किया था। वे 2013 से आईपीएल में मुंबई इंडियंस टीम के सदस्य
हैं।
किताब विमोचन समारोह नहीं, लीड्स में आया था कोरोना की चपेट में : शास्त्री
भारत
और इंग्लैंड के बीच पांचवां टेस्ट रद्द हो गया था। इसके बाद कई लोगों ने
शास्त्री को निशाने पर लिया। अब शास्त्री ने एक वेबसाइट से कहा कि वे मुझे
बलि का बकरा बनाने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन मैं चिंतित नहीं हुआ। किताब
विमोचन कार्यक्रम में करीब 250 लोग थे। यह विमोचन के समय नहीं हुआ क्योंकि
कार्यक्रम 31 अगस्त को था और मैं तीन सितंबर को कोविड पॉजिटिव पाया गया। यह
तीन दिन में नहीं हो सकता। मुझे लगता है कि लीड्स में मैं इसकी चपेट में
आया।
इंग्लैंड 19 जुलाई को खुला और अचानक होटल में लोग आने शुरू
हुए और कोई पाबंदी नहीं थी। मुझे किताब के विमोचन में जाने का बिल्कुल भी
पछतावा नहीं है क्योंकि उस समारोह में मैं जिन लोगों से मिला, वे शानदार
थे। लड़कों के लिए बाहर निकलना और अलग-अलग लोगों से मिलना अच्छा था, न कि
लगातार कमरे में रहना। ओवल टेस्ट में आप 5000 लोगों द्वारा उपयोग की जाने
वाली सीढ़ियां चढ़ रहे थे लेकिन किताब के विमोचन पर उंगली उठा रहे हैं?