भारत और न्यूजीलैंड के बीच कानपुर के ग्रीन पार्क स्टेडियम में खेला गया सीरीज का पहला टेस्ट रोमांचक तरीके से ड्रॉ खत्म हुआ। अंतिम दिन भारत जीत के काफी करीब पहुंच गया था, लेकिन वह जीत से सिर्फ एक विकेट दूर रह गया। अब दूसरा और आखिरी टेस्ट शुक्रवार (3 दिसंबर) से मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में खेला जाएगा। इस टेस्ट में भारत के नियमित कप्तान विराट कोहली की वापसी होगी। पहले टेस्ट में अजिंक्य रहाणे ने कप्तानी की थी। भारतीय टीम इस टेस्ट को जीत सीरीज अपने नाम करना चाहेगी।
वानखेड़े मैदान पर भारत का रिकॉर्ड बहुत अच्छा नहीं कहा जा सकता है। यहां टीम इंडिया ने अब तक कुल 25 टेस्ट खेले हैं। इनमें से 11 में उसे जीत मिली, जबकि 7 में हार का सामना करना पड़ा। सात टेस्ट ड्रॉ रहे। कीवी टीम तीसरी बार इस मैदान पर टेस्ट खेलेगी। उसका अभी 50-50 का आंकड़ा है यानी एक जीत और एक हार। वानखेड़े में पांच साल बाद कोई टेस्ट खेला जा रहा है। पिछले 5 टेस्ट में भारत को दो शिकस्त झेलनी पड़ी। ये दोनों टेस्ट इंग्लैंड ने जीते थे।
बरसात के कारण बुधवार को अभ्यास नहीं कर पाई दोनों टीमें
दूसरे
टेस्ट का बेसब्री से इंतजार कर रहे फैंस के लिए एक बुरी खबर है। मुंबई में
मौसम विलेन बन सकता है। वहां का बेमौसम का मानसून टेस्ट में खलल डाल सकता
है। पहला दिन बारिश में धुल सकता है। इस कारण पिच के गेंदबाजों के अनुकूल
होने की उम्मीद है। बुधवार को बरसात की वजह से दोनों टीमों को अपना
ट्रेनिंग सेशन कैंसिल करना पड़ा। गुरुवार को भी बारिश की भविष्यवाणी की गई
है और आउटफील्ड गीली रहेगी।
भारतीय टीम ऐसे में बांद्रा कुर्ला
परिसर मैदान पर जाएगी जहां इंडोर अभ्यास की सुविधा है जबकि वानखेड़े
स्टेडियम में ऐसा नहीं है। लगातार बारिश के कारण पिच को ढककर रखा गया है।
इसके चलते सतह के नीचे काफी नमी रहेगी। इसके चलते तेज गेंदबाजों और
स्पिनर्स दोनों को मदद मिलने की संभावना है। कानपुर से इतर वानखेड़े की पिच
तेज और उछाल वाली होगी। समुद्री हवाओं की वजह से दोनों टीमों के तेज
गेंदबाजों को भी यहां सुबह और शाम के वक्त फायदा मिलेगा।