विराट कोहली अपनी बल्लेबाजी से तो बड़ों-बड़ों का दिल जीत चुके हैं, लेकिन कप्तानी में उन्हें काफी-कुछ साबित करना है। बतौर कप्तान अभी तक उनके खाते में एक भी आईसीसी ट्रॉफी नहीं आई है। हालांकि पिछले महीने उनके पास एक बेहतरीन मौका आया था, लेकिन वे चूक गए। साउथम्पटन में न्यूजीलैंड के खिलाफ खेले गए विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में टीम इंडिया को आठ विकेट से हार का सामना करना पड़ा।
इसके बाद कोहली की कप्तानी फिर से सवालों के घेरे में आ गई। अब एक और पूर्व भारतीय क्रिकेटर मोहम्मद कैफ ने भी कोहली की कप्तानी को लेकर सवाल उठाए हैं। चुस्त-दुरुस्त फील्डर रहे कैफ का मानना है कि कोहली की कप्तानी में फैसले लेने की कमी साफ झलकती है और स्पष्टता की कमी है।
खिलाड़ी के पिछले प्रदर्शन को महत्व नहीं देते कोहली : कैफ
कैफ
के अनुसार मौजूदा टीम इंडिया में चयन कैसे होता है, इसकी तस्वीर साफ नहीं
है। कैफ ने एक हिंदी न्यूज चैनल से बातचीत में कहा कि कोहली का यही तरीका
है और वे खिलाड़ी के पिछले प्रदर्शन को ज्यादा महत्व नहीं देते हैं। कोहली
मौजूदा वक्त में ज्यादा फॉर्म में चल रहे खिलाड़ी को अंतिम एकादश में रखते
हैं। इसलिए सूर्य कुमार यादव और ईशान किशन जैसे खिलाड़ियों को मौका मिल रहा
है। कुछ भी हो, लेकिन आखिर में ये देखा जाएगा कि कोहली आईसीसी की कितनी
ट्रॉफियां जीतते हैं।
गांगुली ने इसलिए लिया यूरो कप और विंबलडन का नाम
इंग्लैंड
दौरे पर टेस्ट सीरीज खेलने के लिए गए बाएं हाथ के आक्रामक बल्लेबाज और
विकेटकीपर ऋषभ पंत के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद खलबली मच गई है।
डब्ल्यूटीसी का फाइनल खत्म होने के बाद इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज में लंबा
समय होने से बीसीसीआई ने टीम इंडिया के खिलाड़ियों को तीन सप्ताह का ब्रेक
दे दिया था। इस दौरान अधिकतर खिलाड़ी अकेले या परिवार के साथ भीड़ में घूमने
को निकल पड़े।
इसी का नतीजा रहा कि पंत कोरोना की चपेट में आ गए।
क्रिकेटनेक्स्ट वेबसाइट ने जब इस बारे में जब बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव
गांगुली से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि हमने इंग्लैंड में यूरो कप और
विंबलडन देखा। नियम बदल गए हैं (मैदान के अंदर दर्शकों को आने की अनुमति
है)। पंत छुट्टी पर थे और हर समय मास्क पहनना शारीरिक रूप से असंभव था।
चिंता न करें, वे जल्द ठीक हो जाएंगे।