
भारत और इंग्लैंड के बीच हेडिंग्ले टेस्ट के पहले दिन शुभमन गिल की बल्लेबाज़ी ने न सिर्फ स्कोरबोर्ड को सजाया, बल्कि दिग्गजों को भी मंत्रमुग्ध कर दिया। पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर ने गिल की 127 रनों की नाबाद पारी की जमकर तारीफ की और कहा कि यह पारी उनकी परिपक्वता और बल्लेबाज़ी कौशल की मिसाल थी। कप्तानी की जिम्मेदारी संभालते ही जिस तरह से गिल ने परिस्थितियों को पढ़ा और अपने शॉट्स के ज़रिए जवाब दिया, वह देखने लायक था।
गिल अब पूरी तरह परिपक्व हो चुके हैंसोनी स्पोर्ट्स से बातचीत में सुनील गावस्कर ने कहा, “शुभमन गिल क्रीज पर बिल्कुल शानदार लग रहे थे। शुरुआत में उन्होंने जो सीधा ड्राइव मारा, वो आसान नहीं होता। उसमें टाइमिंग, संतुलन और आत्मविश्वास दिखा।”
गावस्कर ने कहा कि उन्होंने गिल को U-19 वर्ल्ड कप से देखा है और तब से लेकर अब तक उनका विकास साफ दिखता है। “पहले वह ऑफ स्टंप के बाहर गेंदों पर थोड़े असहज रहते थे और अक्सर चूक जाते थे, लेकिन अब वह उस क्षेत्र में काफी सशक्त हो गए हैं,” उन्होंने कहा।
मुश्किल समय में पारी को संभालाजब भारत ने बिना नुकसान के 91 रन बना लिए थे, तब केएल राहुल (42) और साई सुदर्शन (0) के जल्दी आउट हो जाने से अचानक स्कोर 92/2 हो गया। ऐसे में जब कुछ असमंजस का माहौल बना, तब गिल क्रीज पर आए और यशस्वी जायसवाल (101) के साथ मिलकर पारी को दोबारा पटरी पर लाया।
गावस्कर ने बताया कि किस तरह गिल ने पहले स्थिति को समझा, जायसवाल को स्कोरिंग करने दी, और फिर खुद आक्रामकता के साथ रन बनाने लगे। उन्होंने 56 गेंदों पर अर्धशतक पूरा किया और 140 गेंदों में शतक तक पहुंचते हुए एक बेहद संतुलित पारी खेली।
इंग्लिश गेंदबाज़ों के खिलाफ दिखाया आत्मविश्वासगिल ने जिस अंदाज़ में क्रिस वोक्स, जोश टंग, ब्रायडन कार्स, बेन स्टोक्स और शोएब बशीर जैसे गेंदबाज़ों को खेला, वह दर्शाता है कि वह अब एक परिपक्व बल्लेबाज़ बन चुके हैं। गावस्कर ने कहा कि गिल का ऑफ स्टंप के आसपास का फुटवर्क और निर्णय लेने की क्षमता अब कहीं अधिक परिपक्व और सटीक हो गई है।
कवर ड्राइव, स्ट्रेट ड्राइव, फ्लिक और कट शॉट्स में उनका संतुलन और टाइमिंग बेजोड़ था। शतक पूरा करने के लिए लगाया गया कवर ड्राइव तो उनके आत्मविश्वास की मिसाल बन गया।
ड्रेसिंग रूम की ओर झुकना – नम्रता का प्रतीकगिल की इस पारी में एक खास क्षण वह था जब उन्होंने शतक के बाद ड्रेसिंग रूम की ओर देखकर हल्का सा झुककर नमन किया। गावस्कर ने इस इशारे को बेहद खूबसूरत और भावनात्मक बताया। उन्होंने कहा, “यह छोटा सा झुकाव उन सभी लोगों के लिए था जो उनके सफर का हिस्सा रहे हैं – कोच, टीममेट्स, स्टाफ – जो हर दिन उन्हें बेहतर बनने के लिए प्रेरित करते हैं।”
पंत के साथ अटूट साझेदारी से और मजबूत हुई स्थितिजायसवाल के आउट होने के बाद गिल ने पारी को संभाले रखा और ऋषभ पंत (65)* के साथ मिलकर दिन का अंत भारत के पक्ष में किया। इस साझेदारी ने यह स्पष्ट कर दिया कि भारत अब इस टेस्ट में पूरी तरह नियंत्रण में है।
स्टंप्स तक स्कोर था – भारत 359/3, गिल 127* और पंत 65* रन पर नाबाद।
कप्तान के रूप में गिल का क्लास और चरित्र दोनों नजर आयाशुभमन गिल की इस पारी में तकनीक, संयम, नेतृत्व और विनम्रता – चारों का समावेश देखने को मिला। सुनील गावस्कर जैसे दिग्गज की प्रशंसा इस बात का संकेत है कि गिल अब सिर्फ भविष्य नहीं, बल्कि भारतीय क्रिकेट का वर्तमान भी बन चुके हैं। कप्तानी के पहले ही टेस्ट में उन्होंने जो आत्मविश्वास और नियंत्रण दिखाया, वह आने वाले वर्षों में भारतीय क्रिकेट को नई दिशा देने वाला हो सकता है।