मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफर्ड मैदान पर खेली जा रही एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी के चौथे टेस्ट मैच के तीसरे दिन इंग्लैंड ने अपनी पहली पारी में जबरदस्त प्रदर्शन करते हुए 7 विकेट पर 544 रन बना डाले। इस स्कोर के साथ इंग्लैंड ने भारत पर 186 रन की अहम बढ़त हासिल कर ली।
दिन की समाप्ति पर कप्तान बेन स्टोक्स 77 रन और लियाम डॉसन 21 रन बनाकर नाबाद लौटे। इंग्लैंड ने तीसरे दिन का खेल 2 विकेट पर 225 रन से शुरू किया था। इस दौरान जो रूट और ओली पोप ने भारतीय गेंदबाजों को कोई मौका नहीं दिया। पहले सत्र में भारत को एक भी विकेट नहीं मिला।
दूसरे सत्र की शुरुआत में ओली पोप 128 गेंदों पर 71 रन बनाकर पवेलियन लौटे, लेकिन इसके बाद जो रूट ने अपना टेस्ट करियर का 38वां शतक ठोका। रूट की यह पारी ऐतिहासिक रही क्योंकि उन्होंने 248 गेंदों में 14 चौकों की मदद से 150 रन बनाए। इस पारी के साथ ही उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में रन बनाने के मामले में राहुल द्रविड़, जैक कैलिस और रिकी पोंटिंग को पीछे छोड़ते हुए दूसरा स्थान हासिल कर लिया।
रूट के आउट होने के बाद बेन स्टोक्स ने जिम्मेदारी संभाली और एक कप्तान जैसी निडर पारी खेली। चोट की वजह से वे एक बार मैदान छोड़कर जा चुके थे, लेकिन बाद में लौटे और नाबाद 77 रन बनाकर दिन का खेल खत्म किया। उनके साथ लियाम डॉसन भी 21 रन पर क्रीज पर डटे हुए हैं।
इससे पहले इंग्लैंड की पारी को मजबूत शुरुआत सलामी बल्लेबाजों जैक क्रॉली (84) और बेन डकेट (94) ने दी थी, जिन्होंने भारत के गेंदबाजों पर हावी होकर तेजी से रन बटोरे।
भारतीय गेंदबाजी इस पारी में कुछ खास असर नहीं छोड़ सकी। रवींद्र जडेजा और वाशिंगटन सुंदर ने 2-2 विकेट लिए, जबकि जसप्रीत बुमराह, अक्षय कंबोज और मोहम्मद सिराज को 1-1 सफलता मिली।
भारत ने अपनी पहली पारी में 358 रन बनाए थे। अब चौथे दिन का खेल बेहद अहम होगा, क्योंकि भारत को इंग्लैंड की बड़ी बढ़त का जवाब देना होगा और मैच को ड्रॉ या जीत की ओर मोड़ने के लिए संघर्ष करना पड़ेगा।