नई दिल्ली। हांगझू में एशियन गेम्स 2023 में भारत की पुरुष बैडमिंटन टीम को रविवार,1 अक्टूबर को चीन से हराकर सिल्वर मेडल से संतोष करना पड़ा। एशियाड के पुरुष बैडमिंटन टीम स्पर्धा में भारत का यह चौथा मेडल है। भारतीय टीम ने यह मेडल जीतकर 37 साल का सूखा खत्म किया। चीन के खिलाफ फाइनल में सिंगल्स में लक्ष्य सेन ने शानदार प्रदर्शन किया। इसके बाद डबल्स में सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी की जोड़ी ने बेहतरीन प्रदर्शन किया। भारत ने 2-0 की बढ़त बना ली। इसके बाद किदांबी श्रीकांत को तीसरे गेम में हार का सामना करना पड़ा। चीन ने इसके बाद शानदार वापसी की और 3-2 से गोल्ड अपने नाम किया। दुनिया के सातवें नंबर के खिलाड़ी एचएस प्रणॉय कमर की चोट के कारण नहीं खेले। भारत को उनकी कमी साफ खली।
37 साल का सूखा खत्मएशियन गेम्स में 37 साल पहले सैयद मोदी की अगुआई वाली टीम ने 1986 में सिओल में ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया था। इसके अलावा 1982 में नई दिल्ली और 1974 में तेहरान में आयोजित एशियाड में मेडल जीता था। भारतीय टीम ने शनिवार, 30 सितंबर को सेमीफाइनल में कोरिया को 3-2 से हराकर मेडल सुनिश्चित कर लिया था।
चीन की शानदार वापसीइसके बाद निगाहें किदंबी श्रीकांत पर थी। उन्होंने दक्षिण कोरिया के खिलाफ सेमीफाइनल में शानदार प्रदर्शन किया था। फाइनल वह उस लय को कायम नहीं रख पाए और उन्हें हार का सामना करना पड़ा। इसके बाद चीन ने पीछे मुड़कर नहीं देखा। डबल्स के दूसरे राउंड में ध्रुव कपिला और साइ प्रतीक कृष्णा प्रसाद को दुनिया की आठवें नंबर की जोड़ी लियू यू चेन और यू शुआन यि ने 21-6, 21-15 से हराया। वहीं प्रणॉय की जगह खेल रहे मिथुन मंजूनाथ को वेंग होंग यांग ने 21-12, 21-4 से हराया।
सिंगल्स राउंड में लक्ष्य सेन का धमाकेदार प्रदर्शनबैडमिंटन
मेंस टीम फाइनल के सिंगल्स राउंड में लक्ष्य सेन ने धमाकेदार प्रदर्शन
करते हुए दुनिया के छठे नंबर के खिलाड़ी शि युकी को हराकर भारत को 1-0 की
बढ़त दिलाई। तीसरे गेम में 5-10 से पिछड़ने के बाद उन्होंने शानदार
प्रदर्शन किया। पहला गेम 22-20 से जीतने के बाद उन्हें 14-21 से हार झेलनी
पड़ी, लेकिन फाइनल गेम में उन्होंने शानदार प्रदर्शन किया। भारत ने पहला
गेम जीतकर 1-0 की बढ़त बना ली।
डबल्स राउंड में सात्विक और चिराग की जोड़ी ने शानदार प्रदर्शन कियाइसके
बाद डबल्स राउंड में सात्विक साईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी की जोड़ी
ने शानदार प्रदर्शन किया। सात्विक और चिराग की जोड़ी ने दुनिया की दूसरे
नंबर की जोड़ी लियांग वेइ केंग और वांग चांग के खिलाफ 21-15 और 11-8 के
अंतर से लगातार दो गेम जीते। भारत ने इस तरह से 2-0 की बढ़त हासिल कर ली और
ऐतिहासिक गोल्ड मेडल की ओर कदम बढ़ाए।