नॉटिंघम। इंग्लैंड के खिलाफ यहां जारी पांच मैच की सीरीज के पहले
टेस्ट में भारत की जीत की संभावना बढ़ गई है। 209 रन के लक्ष्य का पीछा करते
हुए टीम इंडिया ने शनिवार को चौथे दिन का खेल समाप्त होने तक एक विकेट पर
52 रन बनाए हैं और वह जीत से 157 रन दूर है। लोकेश राहुल पैवेलियन लौट चुके
हैं, जबकि रोहित शर्मा और चेतेश्वर पुजारा नाबाद हैं।
उल्लेखनीय
है कि इंग्लैंड को पहली पारी में 183 रन पर आउट करने के बाद भारत ने राहुल
के 84 और रवींद्र जडेजा के 56 रन की मदद से 278 रन बनाकर 95 रन की बढ़त
हासिल की। कप्तान जो रूट के 109 रन के बावजूद इंग्लैंड दूसरी पारी में 303
रन ही बना पाया। इंग्लैंड को समेटने में दाएं हाथ के तेज गेंदबाज जसप्रीत
बुमराह की खास भूमिका रही। बुमराह ने पांच विकेट झटके। बुमराह को पहली पारी
में भी चार विकेट मिले थे।
डब्ल्यटीसी के फाइनल में खाली हाथ रहे थे बुमराह
बुमराह ने इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज के लिए कोई विशेष तैयारी नहीं की लेकिन उन्होंने स्वीकार किया कि न्यूजीलैंड के खिलाफ विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) फाइनल के बाद मानसिकता में बदलाव और केवल वर्तमान के बारे में सोचने से उन्हें लाभ मिला। वे तब एक भी विकेट नहीं ले पाए। दिन का खेल खत्म होने के बाद बुमराह से जब तैयारियों के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि ईमानदारी से कहूं तो बहुत ज्यादा बदलाव नहीं करने पड़े केवल मानसिकता में थोड़ा बदलाव करना पड़ा। संभवत: यह रिजल्ट पर ध्यान न देकर वर्तमान में जीने, अपने कौशल पर भरोसा करने और क्रिकेट का लुत्फ उठाने से जुड़ा है। हमेशा खेल में सुधार की कोशिश करता हूं : बुमराह
मैंने बहुत अधिक बदलाव नहीं किए और न ऐसा करना चाहता हूं। मैं हमेशा अपने
खेल में सुधार करने की कोशिश करता रहा हूं और उसमें नई चीजें जोड़ने का
प्रयास करता हूं। इसके साथ उन चीजों को लेकर आगे बढ़ना चाहता हूं जो अभी
मेरे पास हैं। हम पांचवें दिन के लिए बहुत आगे के बारे में नहीं सोच रहे और
सत्र दर सत्र आगे बढ़ना चाहते हैं। जब आप मैच खेलना शुरू करते हैं तो आपको
खुद पर भरोसा होना चाहिए कि आप जीतना चाहते हैं और जीत के लिए खेलना चाहते
हैं लेकिन हम बहुत आगे के बारे में नहीं सोचना चाहते। हमने अच्छी शुरुआत
की है और सत्र दर सत्र आगे बढ़ना चाहते हैं।