भारी पड़ा घूमना-फिरना, मौज-मस्ती! इंग्लैंड दौरे पर मंडराया खतरा, टीम इंडिया के दो खिलाड़ी कोरोना पॉजिटिव

भारतीय क्रिकेट टीम पिछले कई दिनों से इंग्लैंड में है। उसने जून में साउथम्पटन में न्यूजीलैंड के खिलाफ विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) का फाइनल खेला था। अब उसे 4 अगस्त से मेजबान इंग्लैंड से 5 टेस्ट मैच की सीरीज में भिड़ना है। हालांकि अब एक बुरी खबर सामने आ रही है, जिससे सीरीज पर खतरा मंडरा गया है। दरअसल भारतीय टीम के दो क्रिकेटर्स कोरोना पॉजिटिव निकले हैं, जिसके बाद से चिंताएं बढ़ गई हैं। एएनआई के मुताबिक उन दो पॉजिटिव में से एक रिकवर भी हो गया है, जबकि दूसरे का जल्द ही कोरोना टेस्ट किया जाएगा। कहा जा रहा है कि संक्रमित खिलाड़ियों की संख्या बढ़ सकती है। इन क्रिकेटर्स ने हाल ही में टीम प्रबंधन से गले में दर्द की शिकायत की थी।


डब्ल्यूटीसी फाइनल के बाद टीम इंडिया को मिला था तीन सप्ताह का ब्रेक

इन क्रिकेटर्स के संपर्क में आए दूसरे खिलाड़ियों और सपोर्ट स्टाफ के सदस्यों को भी तीन दिन के लिए आइसोलेशन में भेजा गया था। फिलहाल, संक्रमित क्रिकेटर डरहम में टीम के कैंप का हिस्सा नहीं बनेंगे। डब्ल्यूटीसी फाइनल के बाद से टीम इंडिया तीन हफ्ते के ब्रेक पर है। इस दौरान भारतीय क्रिकेटर्स इंग्लैंड और स्कॉटलैंड के अलग-अलग शहरों में घूम रहे थे। माना जा रहा है कि इसी दौरान दो क्रिकेटर कोरोना की चपेट में आ गए।

दोनों को ठंड लगने, खांसी की समस्या हुई थी, फिलहाल दोनों की हालत काबू में है। एक खिलाड़ी नेगेटिव हो चुका है, जबकि दूसरे का टेस्ट 18 जुलाई को किया जाएगा। कुछ भारतीय क्रिकेटर पिछले दिनों इंग्लैंड के भीड़-भाड़ वाले इलाकों में घूमते दिखे थे। कप्तान विराट कोहली, रोहित शर्मा, ईशांत शर्मा सहित कई खिलाड़ी परिवार के साथ घूमते नजर आए।


सोशल मीडिया पर शेयर की थी फोटो, बीसीसीआई ने भी चेताया था

कुछ खिलाड़ी यूरो कप और विंबलडन के मैच भी देखने गए थे। इन्होंने सोशल मीडिया पर फोटो भी शेयर की थीं। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने अब तक दोनों खिलाड़ियों के नाम का खुलासा नहीं किया है। टीम इंडिया को सभी खिलाड़ियों को कोरोना वैक्सीन की दूसरी डोज इंग्लैंड में ही कुछ दिन पहले लगी है। पिछले दिनों बीसीसीआई सचिव जय शाह ने ब्रिटेन में मौजूद भारतीय दल को ई-मेल भेजकर वहां कोविड-19 के बढ़ते मामलों के प्रति चेताया था। शाह ने खिलाड़ियों को भीड़-भाड़ वाले इलाकों में जाने से बचने को कहा था क्योंकि कोविशील्ड टीके से सिर्फ संक्रमण से बचाव हो सकता है यह वायरस के खिलाफ पूर्ण प्रतिरोधक शक्ति नहीं देता।