IPL टीम मालिकों से मुलाकात करेगा BCCI, अगले सीजन से पहले अहम मुद्दों पर होगी बातचीत

नई दिल्ली। BCCI आईपीएल के सीजन में ही एक बार टीमों के मालिकों से मिलने की योजना बना रहा है। कहा जा रहा है कि यह मुलाकात आगामी सीजन को लेकर है, जिसमें कुछ परिवर्तन करने की सम्भावनाएँ तलाशी जा रही है। यह मुलाकात आगामी 16 अप्रैल को अहमदामाद में होने की आशा है। 16 अप्रैल को अहमदाबाद के नरेन्द्र मोदी स्टेडियम में दिल्ली कैपिटल्स का मुकाबला गुजरात टाइटंस से होगा। इस मीटिंग में कई बिन्दुओं पर चर्चा होनी है, जिसमें मेगा ऑक्शन, रिटेंशन, राइट टू मैच कार्ड और सैलरी कैप जैसे मुद्दे शामिल है।

क्रिकबज की रिपोर्ट की मानें तो आईपीएल फ्रेंचाइजी के सभी दस मालिकों को निमंत्रण भेजा गया है। हालांकि, यह अनुमान लगाया गया है कि मालिकों के साथ उनके सीईओ और ऑपरेशनल टीमें भी आ सकती हैं, लेकिन बैठक में महत्वपूर्ण मुद्दों को संबोधित करने की उम्मीद है, यह कथित तौर पर केवल मालिकों के लिए है। बैठक में बीसीसीआई अध्यक्ष रोजर बिन्नी, सचिव जय शाह और आईपीएल अध्यक्ष अरुण सिंह धूमल शामिल होंगे। मीटिंग के संबंध में लेटर आईपीएल के सीईओ हेमांग अमीन ने भेजा है।

अमीन ने बैठक के लिए एजेंडा निर्दिष्ट नहीं किया है, लेकिन मीटिंग इनविटेशन की अचानक प्रकृति को देखते हुए, यह उम्मीद की जाती है कि बीसीसीआई कई नीतिगत निर्णयों पर ध्यान देगा, मुख्य रूप से अगले वर्ष होने वाले मेगा ऑक्शन से संबंधित है। मामले की जानकारी रखने वाले एक सूत्र ने क्रिकबज को बताया, ''वे आईपीएल के लिए आगे की रणनीति पर चर्चा करेंगे।'' इस मीटिंग का सबसे बड़ा मुद्दा रिटेंशन को लेकर होगा, क्योंकि अलग-अलग फ्रेंचाइजियों को मालिक अलग-अलग विचार इस पर रखते हैं।

कितने खिलाड़ियों को एक फ्रेंचाइजी रिटेन कर सकती है, इसको लेकर कोई स्पष्ट सहमति नहीं बनी है। इसी पर बीसीसीआई समाधान निकालेगी। अभी तक चार खिलाड़ियों को रिटेन करनी की अनुमति थी, जिसमें ज्यादा से ज्यादा तीन भारतीय या दो विदेशी खिलाड़ी हो सकते हैं। आईपीएल की कुछ टीमों के मालिक चाहते हैं कि रिटेंशन की संख्या को बढ़ाया जाए। इसको लेकर टीमों का कहना है कि निरंतरता को बनाए रखने, ब्रांड और फैन बेस के कारण ज्यादा खिलाड़ियों को रिटेन करने की अनुमति मिलनी चाहिए। यहां तक कि कुछ टीमों ने सजेस्ट किया है कि कम से कम 8 खिलाड़ियों को रिटेन करने का नियम होना चाहिए।

हालांकि, आईपीएल टीमों के एक अन्य समूह ने इतनी अधिक संख्या में रिटेंशन का विरोध किया है और एक छोटी संख्या में खिलाड़ियों को रिटेन करने को प्राथमिकता दी है। इसके अतिरिक्त राइट टू मैच कार्ड को फिर से शुरू करने के बारे में भी चर्चा हो सकती है, जो पहले इस्तेमाल किया गया था, लेकिन 2022 में हुए आखिरी मेगा ऑक्शन में इसे लागू नहीं किया गया था। इसके अलावा सैलरी कैप को लेकर भी विचार होगा। सैलरी कैप अभी एक टीम के लिए 100 करोड़ है, जिसे काफी बढ़ाया जाएगा, क्योंकि बीसीसीआई ने टीमों के साथ ब्रॉडकास्टिंग राइट्स के रेवेन्यू को शेयर करने का फैसला किया है।