टोक्यो पैरालिंपिक में भारतीय एथलीटों का बेहतरीन प्रदर्शन जारी है। सोमवार (30 अगस्त) को भारतीय निशानेबाज अवनि लेखरा ने इतिहास रच दिया। अवनि पैरालंपिक गेम्स के इतिहास में भारत को स्वर्ण दिलाने वाली पहली महिला खिलाड़ी बन गईं। अवनि ने 10 मीटर एयर राइफल में गोल्ड मेडल पर निशाना लगाया। जयपुर की रहने वाली अवनि ने महिलाओं की 10 मीटर एयर राइफल इवेंट के क्लास एसएच1 के फाइनल में 249.6 का स्कोर किया, जो कि वर्ल्ड रिकॉर्ड के बराबर है। वे क्वालिफिकेशन राउंड में 7वें स्थान पर रही थीं।
चीन की पैरा शूटर के खाते में 248.9 अंक रहे और उन्हें रजत मिला। आपको बता दें कि अवनि और उनके पिता प्रवीण लेखरा का वर्ष 2012 में जयपुर से धौलपुर जाते समय एक्सीडेंट हो गया था। अवनि को तीन महीने अस्पताल में बिताने पड़े, फिर भी रीढ़ की हड्डी में चोट के कारण वह खड़े और चलने में असमर्थ हो गईं। तब से अवनि व्हीलचेयर पर ही हैं। अवनि ने दिखा दिया कि हौसले बुलंद हो तो कोई भी बाधा आड़े नहीं आती।
स्वर्ण की हैट्रिक से चूके देवेंद्र झाझड़िया
पैरालंपिक गेम्स
में दो बार के स्वर्ण पदक विजेता देवेंद्र झाझड़िया ने टोक्यो में एक और
पदक अपने नाम किया। 40 वर्षीय झाझड़िया ने जेवलिन थ्रो की एफ-46 इवेंट में
64.35 मीटर दूर भाला फेंका और रजत पदक पर कब्जा जमाया। इसी इवेंट में सुंदर
गुर्जर ने 64.01 मीटर का थ्रो कर कांस्य जीता। श्रीलंका के दिनेश प्रियान
हेराथ ने 67.79 मीटर भाला फेंककर स्वर्ण जीता। राजस्थान के झाझड़िया ने इससे
पहले रियो पैरालंपिक 2016 में गोल्ड मेडल जीता था। उनके नाम भारत की ओर से
पैरालिंपिक में 2 बार गोल्ड जीतने का रिकॉर्ड है। झाझड़िया के पास अब
पैरालंपिक गेम्स में कुल 5 पदक हो गए हैं। इसमें दो गोल्ड, दो सिल्वर और एक
ब्रॉन्ज मेडल शामिल है।
डिस्कस थ्रो में योगेश ने भारत को दिलाया रजत
योगेश
कथुनिया ने डिस्कस थ्रो में भारत के लिए रजत पदक जीता। योगेश ने चक्का
44.38 मीटर दूर फेंका। दिल्ली के 24 साल के योगेश ने अपने छठे और आखिरी
प्रयास में बेस्ट थ्रो किया। यह उनका सीजन बेस्ट भी है। ब्राजील के बतिस्ता
डॉस सैंटोस क्लॉडनी ने 45.25 मीटर के थ्रो के साथ गोल्ड मेडल जीता। इससे
पहले रविवार को राष्ट्रीय खेल दिवस के मौके पर भाविनाबेन पटेल ने विमेंस
टेबल टेनिस की क्लास-4 कैटेगरी में सिल्वर, निषाद कुमार ने मेंस T47 हाई
जंप में सिल्वर और विनोद कुमार ने डिस्कस थ्रो में ब्रॉन्ज मेडल जीता था।