उत्तर प्रदेश उपचुनाव में हार के बाद अब राज्यसभा चुनाव में बीजेपी की परेशानी बढ़ने वाली है। योगी आदित्यनाथ सरकार में कैबिनेट मंत्री और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने बीजेपी नेताओं पर निशाना साधते हुए कहा है, ' मैंने अपनी चिंता कई बार जताई है लेकिन ये लोग 325 सीटें लेकर पागल होकर घूम रहे हैं।' राजभर ने कहा कि यदि बीजेपी अध्यक्ष ने उनसे बात नहीं की तो उनकी पार्टी राज्य सभा चुनाव का बहिष्कार करेगी। वहीं बताया जा रहा है कि बीजेपी नेता सुरेश खन्ना को राजभर को मनाने का जिम्मा सौंपा गया है। हालांकि यह भी कहा जा रहा है कि राजभर इस मामले में अमित शाह के अलावा किसी और से बात करने को तैयार नहीं है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार का सारा ध्यान सिर्फ मंदिर पर न कि गरीबों के कल्याण पर जिन्होंने वोट देकर सत्ता दी है। बातें बहुत होती हैं लेकिन जमीनी तौर पर बहुत कम काम हुआ है।
ओमप्रकाश राजभर का 24 घंटे में बीजेपी पर यह दूसरा हमला है। रविवार को भी उन्होंने राज्यसभा चुनाव में बीजेपी के समर्थन के सवाल पर कहा, “हालांकि हम अभी भाजपा के साथ गठबंधन में हैं, लेकिन सवाल यह है कि क्या भाजपा ने राज्यसभा और गोरखपुर तथा फूलपुर लोकसभा सीटों के उपचुनाव के लिए अपने प्रत्याशी तय करने से पहले हमसे कोई सलाह ली थी?” राजभर ने कहा कि भाजपा ने नगरीय निकाय चुनाव में अपने प्रत्याशी खड़े किए, लेकिन क्या तब उसने गठबंधन धर्म निभाया? यहां तक कि लोकसभा उपचुनाव में भी भाजपा ने अपने सहयोगी दलों से यह नहीं पूछा कि उपचुनाव में उनकी क्या भूमिका होगी?
प्रदेश के कैबिनेट मंत्री राजभर ने इस सवाल पर कि क्या उनकी पार्टी के विधायक क्रॉस वोटिंग करेंगे, कहा कि हम भाजपा के साथ गठबंधन में हैं और अगर वह गठबंधन धर्म नहीं निभाती है तो क्या हमें उसके साथ जाना चाहिए? राजभर ने कहा कि गोरखपुर में हाल में हुए लोकसभा उपचुनाव में उनकी पार्टी भाजपा को कम से कम 30,000 वोट दिलवा सकती थी, लेकिन ऐसा लगता है कि भाजपा की नजर में हमारी कोई उपयोगिता नहीं है।