जनसंख्या नियंत्रण : रामदेव के बयान का समर्थन करते हुए गिरिराज सिंह ने कहा - अब कानून के जरिए ही आबादी पर लगाम लगाई जा सकेगी

देश में जनसंख्या नियंत्रण को लेकर रविवार को दिए गए योग गुरू बाबा रामदेव के बयान का समर्थन करते हुए भाजपा सांसद गिरिराज सिंह ने कहा कि हमें उनके बयान को सकारात्मक तरीके से लेना होगा। विकास के लिए जनसंख्या नियंत्रण जरूरी है और इसके लिए सख्त कानून बने।

बता दे, रविवार को हरिद्वार में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में जनसंख्या नियंत्रण पर बाबा रामदेव ने कहा था कि अब कानून के जरिए ही आबादी पर लगाम लगाई जा सकेगी। बाबा ने दो बच्चों की नीति का समर्थन करते हुए कहा था कि तीसरी संतान को वोट डालने समेत अन्य नागरिक अधिकार नहीं मिलने चाहिए। ऐसे बच्चे चाहे किसी भी जाति के हों, उनके चुनाव लड़ने और अन्य सरकारी नौकरियों के हक से भी वंचित किया जाना चाहिए।

बेगूसराय में गिरिराज ने कहा कि जनसंख्या नियंत्रण पर कानून बनाने को लेकर अपनी राय पर हमेशा कायम रहूंगा। इस मुद्दे पर कानून की जरूरत है, जिससे देश के संसाधनों का समुचित इस्तेमाल किया जा सके। शोधकर्ताओं ने कहा है कि आने वाले समय में पानी और भोजन का संकट आएगा, लिहाजा भविष्य के लिए जनसंख्या नियंत्रण जरूरी है।

ओवैसी ने रामदेव के बयान पर तंज कसा

योग गुरू के बयान पर असदुद्दीन ओवैसी ने प्रतिक्रिया देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तंज कसा। ओवैसी ने ट्वीट में कहा था, ‘‘लोगों को असंवैधानिक बातें कहने से रोकने के लिए कोई स्पष्ट कानून नहीं है, लेकिन रामदेव के विचारों पर बेवजह ध्यान क्यों दिया जाता है? वह योग कर सकते हैं, इसका मतलब यह नहीं है कि मोदी सिर्फ इसलिए अपना मताधिकार खो देंगे, क्योंकि वह तीसरी संतान हैं।’’ ओवैसी लोकसभा चुनाव में हैदराबाद से चुनाव जीते हैं।

शराब और गोमांस पर बैन की मांग

गो हत्या पर भी अपनी बात रखते हुए बाबा रामदेव ने कहा गो रक्षकों और गो तस्करों के बीच विवाद को खत्म करने का एक ही उपाय है कि गोकशी पर पूरी तरह बैन लगाया जाए। इसके अलावा अन्य कोई उपाय नहीं है और जिन्हें मीट खाने का शौक है वे किसी अन्य प्रकार का मीट खाएं लेकिन गाय का मीट नहीं।

इसके साथ स्वामी रामदेव ने यह भी अपील की है कि भारत संतों का देश है। पूरे देश में शराब पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए। स्वामी रामदेव ने इस्लामिक देशों का हवाला देते हुए कहा कि अगर मुस्लिम देशों में इन पर प्रतिबंध लगाया जा सकता है तो भारत में क्यों नहीं।