भोपाल : फांसी लगा नवविवाहिता ने समाप्त की अपनी जीवनलीला, बच्चे के रोने पर खुली पति की नींद

भोपाल से एक सनसनीखेज मामला सामने आया हैं जहां एक नवविवाहिता ने एक साल के बच्चे और पति को सोता छोड़कर फांसी लगा अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली। घटना का पति को तब पता चला जब वह बच्चे के रोने की आवाज पर उठा। वह बच्चे को गोद में उठाकर अंदर वाले कमरे में पहुंचा तो पत्नी फांसी के फंदे पर मिला। मृतका की पहचान 24 साल की शालिनी पति संदीप श्रीवास्तव के रूप में हुई। पिपलानी पुलिस को सोमवार रात करीब सवा 12 बजे छत्रसाल नगर में एक महिला के फांसी लगाने की सूचना मिली थी। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। मामला नवविवाहिता का होने के कारण एसीपी (हबीबगंज) करेंगे। मामले की जांच गोविंदपुरा एसीपी को सौंपी गई है। पुलिस ने शालिनी के मायके वालों को भी इसकी सूचना दे दी है। मायके वालों के बयान दर्ज किए जाएंगे। उसी आधार पर आगे की कार्रवाई होगी।

पति संदीप ने बताया कि रात करीब 10 बजे खाना खाने के बाद वह पत्नी और एक साल के बच्चे के साथ बाहर वाले कमरे में सो गया। रात करीब 12 बजे बच्चा रोने लगा। उसके रोने की आवाज से उसकी नींद खुल गई, लेकिन शालिनी बिस्तर पर नहीं थी। बच्चे को उठाकर अंदर वाले कमरे में पहुंचने पर शालिनी फांसी के फंदे पर मिली। उसने दुपट्‌टे से फांसी लगाई थी। पुलिस को घटनास्थल से सुसाइड नोट नहीं मिला।

पुलिस के अनुसार संदीप ने बताया कि उसका घर अशोका गार्डन में हैं। उसकी करीब ढाई साल पहले विदिशा में रहने वाली शालिनी से शादी हुई थी। वह करीब 15 दिन पहले ही 5 दिसंबर को अलग होकर छत्रसाल नगर में किराए से रहने आया। वह ड्राइवरी करता है। उसे समझ नहीं आ रहा कि शालिनी ने फांसी क्यों लगा दी। दंपति करीब 15 दिन से ही माता-पिता से अलग रहे थे।