WHO ने कोरोना वायरस को इंटरनैशनल इमर्जेंसी घोषित किया, दिल्ली में 5 संदिग्ध अस्पताल में भर्ती

विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कोरोना वायरस (Coronavirus) को इंटरनैशल इमर्जेंसी घोषित कर दिया। गुरुवार को हुई WHO की बैठक में यह फैसला लिया गया है। WHO चीफ टेड्रोस ऐडनम ने बताया ऐसा इसलिए किया गया है ताकि इस बीमारी से निपटने के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर समन्वय बैठाया जा सके। उन्होंने कहा ऐसा करने से चीन पर अविश्वास जैसा कुछ नहीं है बल्कि सबसे बड़ी चिंता ऐसे देशों में वायरस को फैलने से रोकने की है जहां स्वास्थ्य व्यवस्थाएं कमजोर हैं। दूसरे ऐसे देश जो इससे उबर नहीं सकते, उनकी मदद की जा सके। पिछले हफ्ते WHO ने इसे इमर्जेंसी घोषित नहीं किया था क्योंकि कमिटी के अंदर एकराय नहीं बन पा रही थी। WHO ने बताया है कि जर्मनी, जापान, अमेरिका और वियतनाम की ओर यह वायरस बढ़ रहा है और अब तक 18 देशों में 82 मामले सामने आ चुके हैं।

टेड्रोस ने यह भी कहा कि हम सबको एक साथ मिलकर इसे और ज्यादा फैलने से रोकना चाहिए। हम इसे सिर्फ एक साथ रोक सकते हैं। ट्रेड्रोस पिछले हफ्ते ही चीन गए थे और राष्ट्रपीत शी जिनपिंग से मुलाकात की थी। ट्रेडोस ने बताया कि हाल के दिनों में सफर करने या व्यापार करने पर रोक लगाई गई हैं उनकी कोई जरूरत नहीं है।

आपको बता दे, किसी बीमारी या महामारी की स्थिति में पब्लिक हेल्थ इमर्जेंसी घोषित किए जाने का कानून 2007 में आया था और उसके बाद से WHO 5 बार इसका ऐलान कर चुका है। स्वाइन फ्लू, पोलिय, जीका और दो बार अफ्रीका में इबोला वायरस के चलते WHO को यह ऐलान करना पड़ा था। इस ऐलान के तीन महीने बाद स्थिति का आकलन किया जाएगा। इसकी मदद से WHO अंतरराष्ट्रीय समुदाय के लिए दिशा-निर्देश जारी कर सकेगा जिसका पालन करके इस गंभीर समस्या से निपटा जा सकेगा।

बता दें कि अब तक कोरोना वायरस से मरने वालों की संख्या गुरुवार को 212 तक पहुंच गई। एफे न्यूज की रिपोर्ट ने बताया कि बीते बुधवार को 38 मौत दर्ज किए गए और 1737 नए मामलों की पुष्टि की गई, जिनमें से 131 मरीजों की अवस्था गंभीर थी और अन्य 21 लोगों का उपचार किया गया। अब तक 12,167 संदिग्ध मामलों की जानकारी मिली, जिनके लक्षण कोरोना वायरस से मिलते जुलते थे, हालांकि इस बात की पुष्टि नहीं हुई कि वे कोरोनावायरस से संक्रमित हैं या नहीं और करीब 82000 लोग जो मरीजों के संपर्क में हैं उन्हें भी निगरानी में रखा गया है।

वहीं अब यह खतरनाक वायरस ने दिल्ली में भी दस्तक दे दी है। राष्ट्रीय राजधानी के राम मनोहर लोहिया अस्पताल में 5 मरीजों में कोरोना वायरस के लक्षण पाए गए। इनमें 4 पुरुष और एक महिला हैं, जिन्हें संदिग्ध कोरोनो वायरस के मामले में भर्ती कराया गया है। उन्हें अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में रखा गया है। वे चीन से लौटे थे। दूसरी ओर मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर 28 जनवरी तक 4846 लोगों की जांच की गई है। इनमें 28 यात्री महाराष्ट्र से हैं जिनमें 12 को जुकाम और बुखार के लक्षण मिले। इन लोगों को आइसोलेशन सेंटर में भर्ती कराया गया। इनमें 8 मरीजों की जांच निगेटिव पाई गई है जबकि 4 के टेस्ट का रिजल्ट अभी आया नहीं है। 12 मरीजों में तीन को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है।

बता दें कि कई देशों ने अपने नागरिकों से वुहान नहीं जाने के लिए कहा है। कई देशों ने वुहान से आने वाले लोगों पर भी प्रतिबंध लगा दिया है। रूस ने चीन के साथ अपने पूर्वी बॉर्डर को भी बंद कर दिया है।