उप्र मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को उन्नाव के बीघापुर स्थित महाप्राण निराला इंटर कालेज ओसिया से प्रधानमंत्री सहज बिजली हर घर योजना का शुभारंभ किया। उसी दौरान पिछली समाजवादी सरकार पर कटाक्ष करते हुए योगी ने कहा कि पहली बार प्रदेश में ऐसा हो रहा है कि जब किसी सरकार ने बिजली वितरण में हो रहे भेदभाव को खत्म कर दिया है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने तय किया कि अगर प्रदेश के किसी कोने में तीन भी घर हैं तो उन्हें बिजली कनेक्शन उपलब्ध काराया जाएगा। अगर वे न्यूनतम खर्च वहन करेंगे तो उन्हें 24 घंटे बिजली दी जाएगी। हम हरसंभव प्रयास कर रहे हैं कि प्रदेश के हर कोने में बिजली पहुंच सकें। उन्होंने कहा कि हम इस वर्ष 34 लाख लोगों को नि:शुल्क विद्युत कनेक्शन उपलब्ध कराएंगे और वर्ष 2018 तक प्रदेश के हर घर तक विद्युत उपलब्ध कराएंगे। हमारा लक्ष्य 2019 तक 24 लाख लोगों घर उपलब्ध कराने का है।
हम चाहते हैं कि प्रदेश के हर घर को 24 घंटे बिजली मिले, लेकिन लाइन लॉस कम करना होगा। अब भी 35 प्रतिशत लाइन लॉस है। यानी, 100 पैसे में से 35 पैसे की बिजली चोरी हो रही है। जिन क्षेत्रों में लाइन लॉस 10 प्रतिशत से कम होगा, वहां सबसे ज्यादा बिजली मिलेगी।
केंद्रीय ऊर्जा राज्य मंत्री, स्वतंत्र प्रभार आरके सिंह ने लोगों को सम्बोधित करते हुए कहा कि बिजली नहीं हो तो बच्चा घर पर पढ़ेगा कैसे, कोई भी विकास बिना बिजली के संभव नहीं है। लेकिन हम आपके घर तक बिजली पहुंचाएंगे, रोशनी आपके घर तक लाएंगे। इसके लिए आपको दौड़ना नहीं पड़ेगा।
इससे पहले कार्यक्रम में सौभाग्य योजना के तहत मेगा ग्राम शिविरों के लाभार्थियों को प्रमाण वितरित किए। समारोह में सौभाग्य योजना के लिए ई-संयोजन मोबाइल ऐप का शुभारंभ किया गया और योजना के पोस्टर का अनावरण भी किया गया।
इस मौके पर सीएम योगी ने 1200 करोड़ रुपये लागत की 7 ट्रांसमिशन योजनाओं और 122 करोड़ की लागत से बने मध्याचंल के 29 विद्युत वितरण उपकेंद्रों का लोकार्पण किया। कार्यक्रम में केंद्रीय उर्जा राज्य मंत्री आरके सिंह, विधानसभा अध्यक्ष हृदय नरायण दीक्षित, सांसद साक्षी महराज, यूपी के उर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा, परिवहन मंत्री स्वतंत्र देव सिंह समेत कई दिग्गज शामिल हुए।