कोटा : नाइट कर्फ्यू के खिलाफ उठने लगी आवाज, पूर्व विधायक ने कहा मैं खुद तोड़ूंगा इसकी सीमाएं

राज्य सरकार ने 15 जनवरी को आदेश जारी कर 2 जनवरी को जारी की गई कोविड-19 गाइडलाइन को अग्रिम आदेश तक आगे बढ़ाया है। इसमें राज्य सरकार द्वारा 6 जनवरी को जारी किए गए आदेशों को यथावत रखने के दिशा निर्देश जारी किये है। 15 जनवरी को राज्य सरकार की ओर से जारी आदेश में कोरोना संक्रमण पर निगरानी, नियंत्रण और सावधानी के लिए गाइडलाइन को अगले आदेश तक बढ़ाने की बात कहीं है। नए आदेश के बाद कोटा सहित 16 शहरों में नाइट कर्फ्यू जारी रहेगा।

बेमियादी नाइट फ़र्फ्यू बढ़ाने के खिलाफ कोटा में विरोध- प्रदर्शन का सिलसिला शुरू होने लगा है। पूर्व संसदीय सचिव व बीजेपी नेता भवानी सिंह अपने समर्थकों के साथ कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया। उन्होंने मुख्यमंत्री के नाम जिला प्रशासन ज्ञापन सौपा। ओर नाइट कर्फ्यू का आदेश वापस लेने की मांग की। राजावत ने कहा कि अब कोरोना संक्रमण , करीब करीब नियंत्रण में है। केंद्र सरकार ने इसके खात्मे के लिए निःशुल्क वेक्सीन राज्यों को मुहैया करवा दी। ऐसे में अब नाइट फ़र्फ्यू का कोई मतलब नहीं रह जाता। कोटा जैसे शहर में शाम के समय बाजार चलता है। रात में दुकानें बंद करवाने से व्यापार पर लात मारना व धंधा चौपट किया जा रहा है।

18 जनवरी से कोचिंग चालू होने के बाद पूरे देश के छात्र कोटा आयेंगे, नाइट कर्फ्यू में उन्हें अपने हाॅस्टलों में पहुंचने में कठिनाई होगी। नाइट कर्फ्यू हटाना जरूरी है। राजावत ने चेतावनी देते हुए कहा कि नाइट कर्फ्यू को तत्काल नहीं हटाया गया तो वे स्वयं किसी भी बाजार में जाकर कर्फ्यू की सीमाओं को तोड़ेंगे।

कोटा में कोरोना संक्रमण की रफ्तार धीमी होने लगी है। पॉजिटिव मरीजों का ग्राफ गिर कर प्रतिदिन 50 से नीचे आ गया है। कोटा में रिकवरी प्रतिशत भी 96 प्रतिशत से ऊपर पहुंच गई है। बात करें पिछले 5 दिनों की तो पांच दिन में 183 पॉजिटिव मामले सामने आए है। कोटा में 525 एक्टिव केस है।